जिया के नाखून में दूसरे की मिली चमड़ी, रहस्य गहराया
मुंबई।
अभिनेत्री जिया खान की मौत के मामले में एक अहम मोड़ गया है। पुलिस और
फॉरेंसिक विभाग पर आरोप लग रहे हैं कि उसने जिया की मौत के बाद कई अहम
सूबतों से छेड़छाड़ की गई। ताजा खुलासे के मुताबिक जिया के नाखूनों से किसी
और की इंसानी चमड़ी और उसके कपड़े से किसी और के खून के सैंपल मिलने के
बावजूद पुलिस ने हत्या के कोण से इसकी जांच नहीं की। दरअसल
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बता रही थी गला घुटने से मौत हुई है। रिपोर्ट बता रही
थी कि शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं हैं। तो अब आखिर क्यों ये बात कही जा
रही है कि जिया की हत्या हुई। आखिर 3 जून, 2013 की रात को इस अभिनेत्री के
साथ हुआ क्या। क्या जिया को किसी ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। अगर जिया को
कत्ल नहीं किया गया तो आखिर नए सबूत कह क्या रहे हैं। आखिर इन सबूतों पर
पुलिस ने ध्यान क्यों नहीं दिया।
हैरान करने वाले सबूत हैं ये।
1. जिया के नाखून से मिले किसी और की चमड़े के टुकड़े है।
2. जिया के कपड़ों से मिले किसी और के खून के निशान।
हैरानी
है इन दो सबूतों को पुलिस ने देखा क्यों नहीं। जिया एक मशहूर अभिनेत्री
थीं। ये दो सबूत उनके मौत को संदिग्ध बना रहे थे। इन सबूतों को देखे तो एक
अनुमान लगता है कि अपनी मौत से पहले जिया का किसी से संघर्ष हुआ था। जिया
ने अपने नाखूनों से उसके चेहरे पर वार किया था। और जिया के कपड़ों पर मिले
किसी और के खून के निशान भी इस ओर इशारा करते हैं कि किसी से बचने की जिया
ने पुरजोर कोशिश की थी। लेकिन
मुंबई पुलिस के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तो जिया की मौत दम घुटने की वजह
से बताई गई थी। मुंबई पुलिस जिया की मौत को शुरू से ही खुदकुशी मान कर चल
रही थी तो आखिर में ये सबूत आएं कहां से। आखिर में जिया के नाखून से किसी
और का चमड़ा और उसके कपड़ों से किसी और का खून मिला कब। असल में ये सैंपल उस
वक्त लिए गए जब जिया के यहां फॉरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची। 6 जून को
पुलिस को पहली फॉरेंसिक रिपोर्ट मिली। जिसमें ये साफ साफ लिखा था कि जिया
के नाखून में किसी और शख्स का मांस और खून है। 16 अगस्त को पुलिस को एक और
फॉरेंसिक रिपोर्ट मिली। इसमें ये कहा गया था कि जिया के कपड़ों पर किसी और
के खून का निशान मिले हैं। ये दोनों रिपोर्ट सरकारी फॉरेंसिंक लैब की थी।
पुलिस की लापरवाही
मुंबई
पुलिस को इस सवाल का जवाब तलाश करना था कि आखिर जिया के नाखून में किसका
मांस और खून था। पुलिस को इसका जवाब तलाश करना था कि आखिर उसके कपड़ों पर
किसके खून के निशान थे। और आखिर जिया की लाश से ये क्यों मिले। लेकिन मुंबई
पुलिस ने इन सवालों के जवाब नहीं तलाशे। आखिरकार जिया की मां राबिया खान
ने जिया की लाश की तस्वीरें, और बाकी सबूतों को फॉरेंसिक लैब को भेजा।
अक्टूबर
महीने में कल्पना फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में यही बात सामने आई, और फिर 5
नवंबर को एक और फॉरेंसिक लैब ने भी यही कहा। जिया के नाखून में किसी और का
मांस और खून था। उसके कपड़ों पर किसी और के खून के निशान थे। इस रिपोर्ट ने
मुंबई पुलिस की पूरी जांच को ही कठघरे में खड़ा कर दिया।
जिया की मां का गंभीर आरोप
सवाल
ये है कि आखिर मुंबई पुलिस ने सबूतों को नजरअंदाज क्यों किया। उसने उस
शख्स की तलाश करने की कोशिश क्यों नहीं की जिसके सबूत जिया की लाश पर से
मिले थे। ये सबूत जिया की आत्महत्या की थ्योरी पर ही सवाल उठा रहे हैं।
जिया की मां राबिया ने कोर्ट में कई तस्वीरें दी थी। तस्वीरों में जिया के
शरीर पर चोट के निशान नजर आ रहे थे। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसका
कोई जिक्र नहीं है। सवाल ये है कि क्या जिया की हत्या हुई है। क्या कोई है
जिसने जिया की हत्या को खुदकुशी में बदलने की कोशिश की। 26 अक्टूबर को
बांबे हाईकोर्ट ने पुलिस को जिया की मौत की दुबारा जांच करने के निर्देश
दिए हैं। सवाल ये है कि क्या अब पुलिस इन सबूतों पर गौर फरमाएगी।
एक
दिन तेज रफ्तार शहर मुंबई के अपने घर में उसकी पंखे से झूलती लाश मिली।
पुलिस ने कहा जिया ने जिंदगी से तंग आकर खुदकुशी कर ली। लेकिन एक मां का
दिल ये मानने को तैयार नहीं, उसने जिया की मौत के बाद ली गईं 150 तस्वीरों
और फोरेंसिक रिपोर्ट के साथ खड़े किए नए सवाल। इन्हीं तस्वीरों के आधार पर
जिया की मां दावा कर रही थी कि जिया की हत्या हुई। इन
तस्वीरों के आधार पर राबिया के वकील ने कई सवाल खड़े किए थे। वो इन
तस्वीरों के जरिए कोर्ट को ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि जिया की हत्या
हुई है और पुलिस जांच में कोताही बरत रही है।
जिया की हत्या के पक्ष में ये तर्क दिए गए थे कि
1.
अगर कोई व्यक्ति लटक कर खुदखुशी करता है तो सीधा असर आंखों और जीभ पर पड़ता
है। आंखें और जीभ दोनों बाहर की ओर आती हैं। लेकिन जिया के साथ ऐसा कुछ
नहीं हुआ।
2. जिया के चेहरे और शरीर के
कुछ हिस्सों पर चोट के निशान थे, जबकि आमतौर पर फांसी लगा कर खुदखुशी करने
वाले इंसान के सिर्फ गले पर निशान होते हैं। जिया के होंठ के नीचे और बायें
हाथ पर चोट के निशान थे। मानों जैसे किसी ने जिया को पीछे से पकड़ रखा हो।
3. जिया के गले पर जो चोट के निशान थे
वो आमतौर पर फंदा लगाकर खुदखुशी करने वाले शख्स के गले पर पाए जाने वाले
निशान से ज्यादा गहरे हैं। फांसी लगाकर खुदखुशी करने वाले के गले पर
वी-मार्क होता है, जबकि जिया के गले पर ऐसा निशान नहीं था।
4.
अपनी बात साबित करने के लिए जिया की मां ने एक प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट
डॉ. आर एन जिराजानी की रिपोर्ट का हवाला दिया। पुलिस का कहना था कि जिया
ने एक मुलायम कपड़े के दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदखुशी की थी, जबकि डॉ. आर एन
जिराजानी की रिपोर्ट के मुताबिक जिया के गले पर काफी गहरे निशान हैं। किसी
मुलायम कपड़े से इतने गहरे निशान नहीं बन सकते।
5.
वारदात के दिन जिस कमरे में जिया ने खुदखुशी की थी उसके बगल वाले कमरे में
खून के दाग थे, बार-बार पुलिस को इस खून के सैंपल इकट्ठा करने की गुजारिश
की गई लेकिन पुलिस ने सबूत उठाने की जहमत नहीं उठाई।
6. कमरे की आलमारी का एक हैंडल बुरी तरह से टूटा हुआ था।
7.
जिस कमरे में फंदे से लटकी जिया खान की लाश मिली थी, उस कमरे के पंखे की
उंचाई काफी ज्यादा हैं। बिना किसी स्टूल का इस्तमाल किए इतनी उंचाई तक
पहुंचना और फंदा लगाकर झूल जाना मुमकिन नहीं था, जिया की मां के मुताबिक
उनके घर में कोई स्टूल नहीं है।
8. जिया
की मां का दावा था कि मामले की जांच कर रहे एडिश्नल कमिश्नर विश्वास नागरे
पाटिल को उन्होंने कई बार सबूतों की अनदेखी के बारे में बताया, लेकिन
उन्होंने तवज्जो नहीं दिया।
जिया खान की
मां का दावा था कि उनकी बेटी का हत्यारा घर की खिड़की से अंदर दाखिल हुआ
होगा, क्योंकि, जिस कमरे में जिया की लाश मिली उसमें खिड़की के रास्ते आसानी
से कोई भी अंदर दाखिल हो सकता है, उस कमरे की खिड़की खुली हुई थी, जबकी उस
वक्त कमरे का एसी भी ऑन था। कमरे में एसी के साथ रहते हुए आखिर जिया खिड़की
क्यों खोलती। जिया की मां राबिया ने
आरोप लगाए थे कि पुलिस आरोपी सूरच पंचोली को बचाने की कोशिश कर रही है
इसलिए सबूतों की अनदेखी की गई। गौरतलब है कि जिया का शव तीन जून, 2013 को
उन्हीं के घर में फंदे से लटका हुआ मिला था। इस मामले में अभिनेता आदित्य
पंचोली के बेटे सूरज पंचोली को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी में
गिरफ्तार किया गया था।





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