भूटिया ने AFC सम्मान संघर्षरत भारतीय खिलाड़ियों को समर्पित किया
नई दिल्ली : एशियाई फुटबॉल महासंघ हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने इस सम्मान को देश के फुटबॉलरों को समर्पित किया जो 'हर दिन खुद को साबित करने के लिये तमाम तरह की परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। भूटिया को एएफसी वार्षिक पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया। संयोग से एएफसी अपने 60 साल भी पूरे कर रहा है। भूटिया ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा, 'यह खुद के लिये नहीं बल्कि फुटबॉल, भारत और हर दिन खुद को साबित करने के लिये तमाम तरह की परिस्थितियों से जूझ रहे भारतीय फुटबॉलरों की तरफ से यह पुरस्कार स्वीकार करना एक सम्मान है।
उन्होंने इस पुरस्कार को देश को पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों के साथ बांटने की इच्छा जतायी। भूटिया ने कहा कि मैं इस पुरस्कार को पूर्व, वर्तमान और भविष्य के अपने साथी भारतीय फुटबालरों के साथ बांटना चाहता हूं। भूटिया ने कहा कि जब मैंने बचपन में फुटबाल खेलना शुरु किया था तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह खेल मुझे इतना आगे ले जाएगा। मुझे अपने करियर के हर मोड़ पर बाधाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन मैं इस खेल को इतना चाहता था कि मैं प्रत्येक चुनौती का डटकर सामना करता रहा और इससे मैं अधिक मजबूत बना। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि अधिकतर भारतीय खिलाड़ी आज भी इस तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह पुरस्कार उनके उस जुनून और समर्पण के लिये है, जिसके कारण वे खेलना जारी रखते हैं।


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