कालका-शिमला वर्ल्ड हैरिटेज ट्रैक पर 112 साल में सबसे बड़ा हादसा
शिमला. सोलन/ परवाणू | विश्व धरोहर ट्रेक कालका-शिमला पर
शनिवार दोपहर कालका से शिमला आ रही विशेष चार्टर्ड ट्रेन टकसाल के पास
डी-रेल हो गई, जिससे इंग्लैंड के दो महिला नागरिकों लॉरेन मारिया टोलर (62)
और हैलेन कोल्डर (58) की मौत हो गई, जबकि अन्य 10 घायल हो गए। इनमें दो की
हालत गंभीर है। घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद मैक्स अस्पताल
चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पुलिस ने बताया कि इंग्लैंड के 39 नागरिकों ने
विश्व धरोहर ट्रैक पर विशेष चार्टर्ड ट्रेन बुक करवाई थी। हादसे का कारण
अभी तक स्पष्ट नहीं हैं। यह पहला मामला है कि जब चार्टर ट्रेन हादसा हुआ।
यह शनिवार को देश में हुआ दूसरा ट्रेन एक्सीडेंट है। सुबह आंध्र प्रदेश में दूरंतो एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में भी दो मुसाफिर मारे गए थे।
2015 की पहली चाटर्ड - रेलवे के मकैनिकल इंजीनियर
(एमई)जितेंद्र सिंह ने बताया कि कालका-शिमला ट्रैक पर यह 2015 की पहली
चाटर्ड ट्रेन बुक हुई थी। कालका-शिमला ट्रेक पर चाटर्ड का यह पहला हादसा
है। कालका से महज तीन किमी पर हादसा हुआ।
सबसे सेफ था ट्रैक- वर्ल्ड हैरिटेज ट्रैक कालका- शिमला के इस
रूट को पहाड़ाें पर भारत का अभी तक का सबसे सेफ ट्रैक माना जाता था। यहां
पहले भी हादसे हुए हैं लेकिन दो मौत के कारण यह इस ट्रैक का अब तक का सबसे
बड़ा रेल हादसा है।
20 की थी स्पीड- चार्टर्ड ट्रेन के चालक धन सिंह ने बताया कि
जब ट्रेन डी-रेल हुई उस समय उसकी स्पीड 20 किमी. प्रति घंटा थी। टकसाल के
पास अचानक हादसा हो गया। रेलवे के एमई जितेंद्र सिंह ने कहा-कमिश्नर लेवल
की जांच करवाई जाएगी।
2008 में ट्रेन डीरेल में हुई थी एक मौत- कालका-शिमला ट्रेक पर
दिसंबर 2008 में धर्मपुर के समीप रेलगाड़ी डी-रेल होने से एक व्यक्ति की
मौत हो गई थी। इसके अलावा करीब 15 साल पर पहले घुम्मन रेलवे स्टेशन के समीप
डाउन पार्सल ट्रेन में सफर कर रही एक महिला की पॉयदान पर सफर करते समय मौत
हुई थी।
टूरिस्ट्स की पहली पसंद है ट्वॉय ट्रेन
शिमला आने वाले सैलानी ट्वॉय ट्रेन से घूमना पसंद करते हैं। यह कालका-शिमला सेक्शन में इंडियन रेलवे की ओर से चलाई जाती है। एक पूरी ट्रेन को करीब 25200 रुपए में बुक कराया जा सकता है। नॉर्मल ट्वॉय ट्रेन के अलावा, स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन भी बुक कराई जा सकती है। शिमला-कालका के बीच चलने वाली ट्वॉय ट्रेन वर्ल्ड हेरिटेज की कैटेगरी में शामिल है। इसे शिवालिक एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है। यहां ट्वॉय ट्रेन 96 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा 4 घंटे 45 मिनट में तय कर 107 सुरंगों को पार करती हुई कालका से शिमला के बीच सफर करती है।
शिमला आने वाले सैलानी ट्वॉय ट्रेन से घूमना पसंद करते हैं। यह कालका-शिमला सेक्शन में इंडियन रेलवे की ओर से चलाई जाती है। एक पूरी ट्रेन को करीब 25200 रुपए में बुक कराया जा सकता है। नॉर्मल ट्वॉय ट्रेन के अलावा, स्पेशल चार्टर्ड ट्रेन भी बुक कराई जा सकती है। शिमला-कालका के बीच चलने वाली ट्वॉय ट्रेन वर्ल्ड हेरिटेज की कैटेगरी में शामिल है। इसे शिवालिक एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है। यहां ट्वॉय ट्रेन 96 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा 4 घंटे 45 मिनट में तय कर 107 सुरंगों को पार करती हुई कालका से शिमला के बीच सफर करती है।


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