पेट्रोल के दाम हुआ 3 रुपये प्रतिलीटर महंगा
तेल मार्केटिंग कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक आज की तारीख में कच्चा तेल 110-111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इसके साथ ही रुपये की विनिमय दर डॉलर की तुलना में कमजोर पड़कर दो साल के निचले स्तर [बुधवार को करीब 48 रुपये प्रति डॉलर] के आसपास चली गई है। तेल कंपनियों को पेट्रोल की बिक्री पर प्रति लीटर 2.61 रुपये या प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। वैट या बिक्रीकर को जोड़ने के बाद कीमतों को अंतरराष्ट्रीय भाव के अनुरूप लाने के लिए 3.14 रुपये की वृद्धि की जरूरत थी। तीनों सरकारी कंपनियों- इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को इस वित्त वर्ष में पेट्रोल के आयातित मूल्य से कम पर बिक्री करने से 2,450 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
रसोई गैस तक पहुंचेगी महंगाई की मार
आम जनता पर तेल कीमतों की मार सिर्फ पेट्रोल तक ही सीमित रहने वाली नहीं है। सरकार रसोई गैस पर सब्सिडी घटाने के एक प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है। इसके तहत गरीबी रेखा से ऊपर रहने वाले [बीपीएल] लोगों के लिए एक साल में सब्सिडी वाले केवल चार सिलेंडर देने का प्रस्ताव है। इससे ज्यादा सिलेंडर लेने वालों को बाजार कीमत पर रसोई गैस लेनी होगी। इस आशय का एक प्रस्ताव तेल व प्राकृतिकगैस मंत्रालय जल्दी ही मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह [ईजीओएम] के पास ले जाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद बिना सब्सिडी वाली रसोई गैस की कीमत प्रति सिलेंडर 700 से भी ऊपर चली जाएगी।
पेट्रोल शहर, नई कीमत (रुपये में)
दिल्ली , 66.84
कोलकाता, 71।15
(साभार-जागरण)
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