और कितने बम फूटेंगे , जवाबदेह कौन ?
दीपक राईभारतीय जमीन पर हो रहे लगातार एक के बाद एक आतंकी हमलो ने यह बात तो साबित कर दी है कि , जब चाहे जिसे चाहे वह अपना शिकार बना सकती है . दिल्ली के हाईकोर्ट में बम धमाके की साज़िश करने के पीछे अब हुजी ने जिम्मेदारी ले ली है . हुजी ने इस बम विस्फोट की ज़िम्मेदारी लेते हुए अफज़ल गुरु की रिहाई की मांग कर डाली. आखिर भारतीय ख़ुफ़िया तंत्र विकसित अवस्था में पहुँचने में इतना समय क्यूँ ले रहा है ? 9 सितम्बर 2001 के बाद अमेरिकी ख़ुफ़िया तंत्र ने अपने आप को किस तरह बदला , यह एक आदर्श स्थिति बन सकती थी भारतीय ख़ुफ़िया व्यवस्था के लिए लेकिन देश के बदलते हालात के बाद भी अब तक इस दिशा में ठोस कदम उठाने में देरी हो रही है . गृहमंत्री पी चिदमबरम ने तो सारा विस्फोट एक तरह से दिल्ली पुलिस के मत्थे जड़ दिया है . गृहमंत्री का कहना है कि गृह मंत्रालय ने इस तरह के हमले की खबर कई दिनों पहले दिल्ली पुलिस को बता दी थी और इसपर एक विस्तृत जानकारी भी मुहैय्या कराई गई थी . अब एक दूसरे के ऊपर जवाबदारी डालने का यह खेल ना जाने कब रुकेगा ? फिलहाल आप सभी के लिए इस दर्दनाक हमले के बाद ताज़ा तस्वीरें पोस्ट कर रहा हूँ .











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