'हर कीमत पर हासिल करके रहेंगे अलग गोरखालैंड'
दार्जिलिंग : तेलंगाना के गठन की हरी झंडी मिलते ही अलग गोरखालैंड राज्य की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। इसके गठन की मांग करते हुए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने शनिवार से पहाड़ी इलाके में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। इससे
पहले अपनी मांग के समर्थन में जीजेएम ने यहां तीन दिवसीय बंद का आह्वान
किया था। बंद के तीसरे और अंतिम दिन भी यहां सामान्य जनजीवन बाधित रहा। बुधवार
को जीजेएम की कोर कमेटी की बैठक के बाद जीजेएम के महासचिव और और प्रवक्ता
रोशन गिरि ने कहा, ‘अगर तेलंगाना राज्य बन सकता है तो अलग गोरखालैंड क्यों
नहीं? हम मांग करते हैं कि हमारी अलग राज्य के गठन की 107 साल पुरानी
न्यायसंगत मांग को पूरा किया जाए। दार्जिलिंग कभी पश्चिम बंगाल का हिस्सा
नहीं रहा। आजादी से पहले यह सिक्किम और भूटान के तहत आता था। इसलिए बंगाल
के विभाजन का सवाल ही नहीं उठता।’
रोशन ने बताया कि गोरखालैंड टेरीटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन में जीजेएम के सदस्य और इसके मुखिया बिमल गुरूंग पहाड़ के तीन विधायकों के साथ शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां वे विभिन्न पार्टियों के सांसदों से मिलकर गोरखालैंड की मांग पर समर्थन जुटाएंगे। रोशन ने कहा कि हम गोरखालैंड की मांग के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेंगे। अगर राज्य सरकार हम पर दबाव बनाएगी तो हम आंदोलन और तेज करेंगे। हम हर कीमत पर अपने लिए गोरखालैंड हासिल करके रहेंगे।
रोशन ने बताया कि गोरखालैंड टेरीटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन में जीजेएम के सदस्य और इसके मुखिया बिमल गुरूंग पहाड़ के तीन विधायकों के साथ शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जहां वे विभिन्न पार्टियों के सांसदों से मिलकर गोरखालैंड की मांग पर समर्थन जुटाएंगे। रोशन ने कहा कि हम गोरखालैंड की मांग के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेंगे। अगर राज्य सरकार हम पर दबाव बनाएगी तो हम आंदोलन और तेज करेंगे। हम हर कीमत पर अपने लिए गोरखालैंड हासिल करके रहेंगे।
Post a Comment