दिल्ली में 22 अक्तूबर को गोरखालैंड एवं छोटे राज्यों की मांग पर संगोष्ठी
मुकेश शर्मा
अगामी 22 तारीख को गोरखालैंड एवं छोटे राज्यों की मांग पर एक संगोष्ठी दिल्ली के नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय पेक्षागृह, तीन मूर्ति हाउस में संपन होगा। दिल्ली में ये पहली संगोष्ठी है जिसमे देश के हाई प्रोफाइल राष्ट्रीय नेताओं गोरखालैंड के मुद्दे पर एक साथ एक जगह में शामिल होंगे. उक्त संगोष्ठी में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य मणिशंकर अय्यर, दार्जिलिंग के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह, पूर्व राज्य मंत्री और लोक सभा सदस्य अजय माकन, पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह, टीआरएस पोलित ब्यूरो के सदस्य और पूर्व लोकसभा सदस्य विनोद कुमार और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता और विधायक हर्क बहादुर छेत्री, वरिष्ठ पत्रकार स्वराज थापा इस सेमिनार में मध्यस्थ के रूप में उपस्थित होंगे जो अपनी खुद की एक प्रस्तुति भी उक्त संगोष्ठी में देंगे .
दिन के दूसरे चरण के कार्यकम में वक्ताओं में "भाग मिल्खा भाग" सहित हिट फिल्म "रंग र दे बसंती" के प्रख्यात छायाकार बिनोद प्रधान, पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भरत छेत्री, होनहार लेखक प्रज्वल पराजुली, दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध बैंड परिक्रमा के लीड गिटारवादक सोनाम शेर्पा एवं वरिष्ठ पत्रकार जोएल राई भारतीय गोर्खा पहचान के मुद्दे पर संबोधन करेंगे. संगोष्ठी दार्जिलिंग फाउंडेशन के द्वारा आयोजित किया जा रहा हे जो पत्रकार स्वराज थापा द्वारा शुरू किये गये एवं कुछ एक समरुचि लोगों के थिंक टैंक की उपज है . इस उपज को बुद्धिजीवियों , शिक्षाविदों , दार्जिलिंग के साथ ही देश के अन्य भागों के व्यापार जगत के नेताओं का पूर्ण समर्थन है. यह दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों में शामिल गोरखालैंड पृथक राज्य के मुद्दे पर जनता , राजनीतिक वर्ग एवं कार्यकारी की राय साथ को प्रभावित करने के लिए कार्य उपज है. गोरखालैंड मुद्दे से संबंधित ग़लतफ़हमी को सेमिनार, सार्वजनिक चर्चा, बहस, अनुसंधान और प्रकाशन के माध्यम से दूर करने के लिए उक्त उपज होने की बात बताया गया है ।
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