योगगुरु बाबा रामदेव ने किया गोरखालैंड राज्य का समर्थन
दीपक राई
लन्दन : योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अब खुलकर भारतीय गोरखा और नेपाली भाषी लोगो के लिए अलग गोरखालैंड राज्य के लिए अपने ओर से आवाज़ उठाकर एक बार फिर राष्ट्रीय मीडिया में इसे लाने का कार्य किया है। बाबा रामदेव ने लन्दन के हीथ्रो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि आज के समय से ही नहीं बल्कि लम्बे समय से भारत में गोरखा लोगो का अपमान होता आया है जिसके निवारण की कोशिश या समाधान मात्र गोरखालैंड के राज्य बनने से ही दूर की जा सकती है। भारत के ही नागरिक जो गोरखा मूल है वो भारत के किसी भी हिस्से में जाए उन्हें विदेशी समझा जाता है जो की बेहद निंदनीय है एवं इसके लिए ही गोरखालैंड की मांग गोरखा समाज की जायज़ मांग है क्यूंकि जिस तरह अगर बंगाल बन सकता है, महाराष्ट्र बन सकता है व भाषाई आधार पर तेलंगाना बन रहा है तो गोरखालैंड पर कोइ ऐतराज़ नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा जिस तरह भारत में बंगाली, तेलगु लोग पूर्ण भारतीय है उसी तरह भारत में बसे गोरखा लोग भी भारतीय मूल के ही लोग है जिनकी बोलचाल की व्यावाहारिक भाषा नेपाली है। इसके अलावा हवाई अड्डे में आज हुए शर्मनाक पूछताछ से आजिज़ एक बार फिर नई दिल्ली सरकार को भी इस पूरे घटनाक्रम के लिए दोष दिया। अचरज की बात यह रही कि बाबा रामदेव जैसे विख्यात योगगुरु के कहे इस बड़े बयान को भारतीय मीडिया ने दरकिनार करते हुए इसकी सूचना की एक पट्टी या यूँ कहे कि लाइन की भी जगह अपने समाचार पत्रों और टीवी चैनलों में नहीं दिए .
लन्दन : योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अब खुलकर भारतीय गोरखा और नेपाली भाषी लोगो के लिए अलग गोरखालैंड राज्य के लिए अपने ओर से आवाज़ उठाकर एक बार फिर राष्ट्रीय मीडिया में इसे लाने का कार्य किया है। बाबा रामदेव ने लन्दन के हीथ्रो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि आज के समय से ही नहीं बल्कि लम्बे समय से भारत में गोरखा लोगो का अपमान होता आया है जिसके निवारण की कोशिश या समाधान मात्र गोरखालैंड के राज्य बनने से ही दूर की जा सकती है। भारत के ही नागरिक जो गोरखा मूल है वो भारत के किसी भी हिस्से में जाए उन्हें विदेशी समझा जाता है जो की बेहद निंदनीय है एवं इसके लिए ही गोरखालैंड की मांग गोरखा समाज की जायज़ मांग है क्यूंकि जिस तरह अगर बंगाल बन सकता है, महाराष्ट्र बन सकता है व भाषाई आधार पर तेलंगाना बन रहा है तो गोरखालैंड पर कोइ ऐतराज़ नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा जिस तरह भारत में बंगाली, तेलगु लोग पूर्ण भारतीय है उसी तरह भारत में बसे गोरखा लोग भी भारतीय मूल के ही लोग है जिनकी बोलचाल की व्यावाहारिक भाषा नेपाली है। इसके अलावा हवाई अड्डे में आज हुए शर्मनाक पूछताछ से आजिज़ एक बार फिर नई दिल्ली सरकार को भी इस पूरे घटनाक्रम के लिए दोष दिया। अचरज की बात यह रही कि बाबा रामदेव जैसे विख्यात योगगुरु के कहे इस बड़े बयान को भारतीय मीडिया ने दरकिनार करते हुए इसकी सूचना की एक पट्टी या यूँ कहे कि लाइन की भी जगह अपने समाचार पत्रों और टीवी चैनलों में नहीं दिए .
योगगुरु बाबा रामदेव का गोरखालैंड के समर्थन में दिया गया वक्तव्य
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