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अब यूपी में ओबीसी की मांग को लेकर गोरखा समुदाय संघर्षरत

महराजगंज (यूपी) : जंगे आजादी से लेकर कारगिल युद्ध में अपनी बहादुरी का लोहा मनवाने वाला गोरखा समुदाय आज भी इस देश में नम्बर दो के नागरिक का जीवन- व्यतीत कर रहे है। समुदाय के लोग मात्र नौकरी तक ही समिति हैं। उन्हें आगे आना होगा और ओबीसी के हक के लिए एक बार पुन: अहिंसात्मक आन्दोलन कर सोये हुए गोरखाओं व सरकारों को जगाना होगा। यह बातें गोरखा पूर्व सैनिक कल्याण संघ के तत्वावधान में स्थानीय गोरखा स्कूल में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोरखा समाज के प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि आजादी के 66 वर्ष के बाद भी हम अपनी पहचान को मोहताज हैं। हमारे बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हैं। हमारी आबादी पूरे देश में 1 करोड़ है और देश के 12 प्रदेशों में हमें पिछड़ा वर्ग का दर्जा मिला है। मगर प्रदेश में यह अधिकार हमें अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने इसे संज्ञान में लिया है।पृथक गोरखालैंड की मांग जरा भी नाजायज नहीं है। भूटान व सिक्किम का कुछ हिस्सा हैं जहां पर हमारी कौम सर्वाधिक है, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार अनायास टांग अड़ा कर हमारे आन्दोलन को दबाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत व नेपाल के बीच 1950 की संधि टूट जाए तो गोरखा न तो नेपाल के निवासी है और न भारत के ही रहेंगे। हमे एकजुट होना होगा। कार्यक्रम के संयोजक व गोरखा भूतपूर्व सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य अमर बहादुर थापा ने कहा कि हमारी पहचान महज गार्ड व सिपाही की रह गयी है। नेपाली मूल तो हमारा जरूर है लेकिन सैकड़ों वर्षो से भारत से रोटी-बेटी का संबंध होने के कारण हम गोरखाली भारतीय है। हमारी राष्ट्रीयता नेपाल के बजाय भारतीय है। पूरे जनपद में सात ग्राम सभाओं में हमारे 820 परिवार निवास करते हैं। फिर भी हमें पिछड़ा वर्ग में नहीं रखा गया है। संचालन व अध्यक्षता कर रहे विमल राणा ने कहा कि ओबीसी का दर्जा लेने के लिए सरकार पर दबाव बनाया है जिसका महासम्मेलन लखनऊ में अक्टूबर में होगा। कार्यक्रम को विपिन पौडेल, अजय गुंरूग, नर बहादुर राणा, मनोज राणा, एस.बी. गुरूंग, ऋषिराम थापा , डम्मर बहादुर थापा, रामजी व दीपक ने संबोधित किया। इसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सिंह को गौतम बुद्ध की मूर्ति देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सावित्री थापा, निरमा गुरूंग, राधा कुमारी, श्यानु शाही, सविता गुरुंग, प्रीति खनाल व सुनीता थापा आदि उपस्थित रहीं।

- जागरण

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