रिस्पना नदी पर बना नया पुल, मसूरी- देहरादून की दूरी अब हुई कम
देहरादून : रिस्पना नदी पर बने पुल से सहस्रधारा और राजपुर क्षेत्र के लोगों को अब आने-जाने में सुविधा होगी। मसूरी आने-जाने में भी समय की बचत होगी। जाम के झाम से भी छुटकारा मिलेगा।
इसी तरह सांतला देवी मंदिर के पास बने पुल से कई गांवों के लोगों को आवागमन
सुविधा होगी। बारिश के दिनों में कई गांवों के लोगों का अब शहर से नाता
बना रहेगा। राजपुर-नागल-सहस्त्रधारा मोटर मार्ग पर 40
मीटर स्पान का दो लेन आरसीसी पुल और जैंतनवाला, झाड़ीवाला-हल्दूवाला मोटर
मार्ग पर धोबाखाला में 36 मीटर स्टील गर्डर पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री
विजय बहुगुणा ने किया।
इस मौके पर सीएम ने कालीरो नदी पर 1.50 करोड़ रुपए लागत से बनने वाले पुल
के निर्माण की घोषणा की। मसूरी की पार्किंग समस्या के समाधान एवं
बुरांसखंडा हाईस्कूल के उच्चीकरण का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर
मसूरी विधायक गणेश जोशी ने क्षेत्र के विकास संबंधित योजनाओं की स्वीकृति
के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं से
मुख्यमंत्री को अवगत कराया। रायपुर विधान सभा क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा
व पूर्व उपाध्यक्ष मंडी परिषद उपेंद्र थापली ने भी विचार व्यक्त किये। राजपुर-नांगल पुल बनने से यातायात का दबाव खत्म हो जाएगा। मसूरी और
सहस्त्रधारा जाने वाले पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। इस क्षेत्र में विभिन्न
सरकारी विभागों के निदेशालय और कार्यालय होने के कारण वीवीआईपी और पर्यटकों
के साथ ही जनता का आना-जाना बना रहता है।
धोबाखाला में स्टील गर्डर
पुल बनने से संतला देवी मंदिर जाने वाले श्रृद्धालुओं को नून नदी पर
परेशान नहीं होना पड़ेगा। झाड़ीवाला, हल्दूवाला, बिरावड़ी, चौकी एवं ग्राम
पंचायत गल्जवाड़ी के विभिन्न मजरों को भी यह पुल जोड़ता है। इन लोगों को
बारिश में अब परेशानी नहीं होगी। पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। सहस्त्रधारा मार्ग पर कालीरौ नदी पर पुल नहीं होने से बरसात के दिनों में
पर्यटक बिना सहस्त्रधारा घूमे चले जाते हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि
लगभग 150 लाख की लागत से यहां पर पुल का निर्माण किया जाएगा। पुल बनने से
पर्यटन के साथ-साथ सहस्त्रधारा, कार्लीगाड़, सेरा-चौकी, बसवालगांव,
चामासारी गांव के लोगों को लाभ मिलेगा।


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