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सेना के नायक नीरज को मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान करने की घोषणा

नई दिल्ली। देश के 66वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सैन्य बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लिए 374 वीरता एवं रक्षा अलंकरण पुरस्कारों को मंजूरी प्रदान की है। शांति के समय देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र सेना के नायक नीरज कुमार सिंह को प्रदान करने की घोषणा की गई है। उन्हें जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में दिखाए गए अदम्य साहस और देश की खातिर कुर्बानी के वास्ते इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। राष्ट्रपति भवन की एक विज्ञप्ति के अनुसार सेना के तीन अन्य जवानों को दूसरे नंबर के शीर्ष वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र और 12 को शौर्य चक्र के लिए चयनित किया गया है।

मेजर वरदराजन के परिजन को भी देंगे अशोक चक्र
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रपति मुखर्जी स्वर्गीय नीरज के अलावा राष्ट्रीय राइफल्स के दिवंगत मेजर मुकुंद वरदराजन के परिजन को भी अशोक चक्र सम्मान से नवाजेंगे। यह सैन्य अधिकारी पिछले वर्ष 25 अप्रैल को कश्मीर घाटी के शोपियां में आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए वीर गति को प्राप्त हुए थे। 15 अगस्त को इन्हें अशोक चक्र प्रदान करने की घोषणा की गई थी।

याद रहेगा कीर्ति चक्र
कीर्ति चक्र के लिए चयनित जवानों में शामिल कैप्टन जयदेव ने पिछले वर्ष पुलवामा की एक मुठभेड़ में घायल होने के बावजूद दो खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा, फिर अस्पताल जाने के लिए राजी हुए। दूसरे कीर्ति चक्र विजेता गढ़वाल राइफल्स के सूबेदार अजय वर्धन कुपवाड़ा में 13,000 फीट की ऊंचाई पर एलओसी के निकट आतंकवादियों से मुठभेड़ में जख्मी हो गए थे। इसके बावजूद उन्होंने अपने एक घायल साथी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और अभियान का नेतृत्व करते हुए शहीद हो गए। इस पुरस्कार के लिए चयनित तीसरे जवान नायब सूबेदार कोश बहादुर गुरुंग की वीरता की कहानी भी कुछ इसी तरह की है।

कम नहीं है शौर्य चक्र की गाथा
गणतंत्र दिवस समारोह में लेफ्टिनेंट कर्नल संकल्प कुमार (मरणोपरांत) समेत 12 जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर घाटी में चुनावी रैली से पहले गत वर्ष 5 दिसंबर को उरी क्षेत्र में आतंकियों से लोहा लेते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल कुमार शहीद गति को प्राप्त हुए थे।

नीरज की जांबाजी बेमिसाल
पिछले वर्ष 24 अगस्त को कुपवाड़ा के गुरदाजी सेक्टर में नायक नीरज सिंह के गश्ती दल पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें एक जवान बुरी तरह घायल हो गया। नीरज ने अपनी जान की परवाह न करते हुए ग्रेनेड हमला कर रहे उस आतंकी को मार गिराया, जबकि दूसरे दहशतगर्द ने इस बहादुर जवान के सीने में गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद नीरज सिंह उस आतंकवादी से दौड़ कर भिड़ गए, उसे निहत्था कर दिया और दो-दो हाथ की जंग में उसे मार गिराया।

और भी होंगें सम्मानित
इनके अलावा 48 जवानों को सेना वीरता मेडल, 2 को नौसेना वीरता मेडल, 11 को वायु सेना वीरता मेडल, 28 को परम विशिष्ट सेवा मेडल और 3 को उत्तम युद्ध सेवा मेडल समेत अन्य पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
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