चंडीगढ़ में सभी स्टूडेंट्स की सुरक्षा पर गंभीर है सिक्किम शासन : IAS तेलंग
वीर गोरखा न्यूज नेटवर्क
गंगटॉक : सिक्किम स्टूडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ़ चंडीगढ़ के आहवान पर चंडीगढ़ के 600 से अधिक स्टूडेंट्स के कॉलेज ना जाने के फैसले पर अब सिक्किम गवर्नमेंट ने तेजी दिखाई है। इस सिलसिले में सिक्किम के सोशल जस्टिस, एम्पावरमेंट व वेलफेयर डिपार्टमेंट ने आखिरकार चंडीगढ़ में सिक्किम राज्य के स्टूडेंट्स के साथ की गई मारपीट के बाद मुस्तैदी दिखाते हुए दिल्ली स्थित सिक्किम हाउस से एक वरिष्ठ अधिकारी दिलीप को चंडीगढ़ पहुंचने के निर्देश दिए है। उम्मीद की जा रही है है कि दिलीप आज शाम तक चंडीगढ़ पहुंचकर वहां के स्टूडेंट्स और कॉलेज प्रबंधन से पूरे मामले पर चर्चा करेंगे। विभाग के कमिश्नर/ सेक्रेटरी रवीन्द्र तेलंग ने पूरे मामले पर वीर गोरखा न्यूज पोर्टल से बात करते कि चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई करने वाले सभी सिक्किम के स्टूडेंट्स को डरने की आवश्यकता नहीं है। स्टूडेंट्स की सुरक्षा के गंभीर विषय होने के कारण सिक्किम शासन लगातार इस घटना पर नज़र रखे हुए है। आईपीएफटी इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल मेजर गुलशन शर्मा से इस सम्बन्ध में कड़ा एतराज जताते हुए विगत 2 दिनों से संपर्क बनाए हुए है।
उन्होंने आगे कहा कि इंस्टीट्यूट से सिक्किम शासन द्वारा पांच बार घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है। पूरे मामले की गंभीरता के मद्देनजर कोशिश की जा रही कि घायल स्टूडेंट्स की सही देखरेख की जाए। सुरक्षा के मुद्दे पर तेलंग ने कहा कि उनका विभाग भेदभाव की घटनाओं से बचने के लिए राज्य के कई स्टूडेंट्स के एडमिशन एक ही इंस्टीट्यूट में करवाते है। इसी कारण आईपीएफटी में भी 250 से अधिक सिक्किम के स्टूडेंट्स अध्यनरत है।
'हमारी सिक्किम राज्य सरकार बाहर पढ़ रहे बच्चों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। चंडीगढ़ की घटना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्टूडेंट्स को हर तरह से मदद देने के लिए दिल्ली स्थित सिक्किम हाउस से एक अधिकारी भी चंडीगढ़ डेप्यूट किया गया है, जो वहां जाकर स्टूडेंट्स से बात करेगा और उनकी सुरक्षा की चिंताओं को दूर करेगा। पूरे मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के प्रयास किए जाएंगे '
- रवीन्द्र तेलंग, कमिश्नर/ सेक्रेटरी
सोशल जस्टिस, एम्पावरमेंट व वेलफेयर डिपार्टमेंट, सिक्किम
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