देहरादून : गुरांस सांस्कृतिक कला केंद्र द्वारा तिहार पर्व के शुभ अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, PHOTOS
वीर गोरखा न्यूज नेटवर्क
देहरादून: सोमवार के दिन गोर्खाली सुधार सभा के तत्वाधान में गुरांस सांस्कृतिक कला केंद्र द्वारा हिंदुओं के महान पर्व दीपावली के शुभ अवसर पर अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एक मनमोहन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक ब्रिगेडियर पीएस गुरुंग ने बताया कि इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषता यह है कि इस बार इसमें दीपावली पर्व में होने वाले विधि-विधान को समाज को दर्शाने हेतु लघु नाटिका के रूप में प्रस्तुत किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के सम्मानित विशिष्ट अतिथि गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, लेफ्टिनेंट जनरल राम सिंह प्रधान, सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजन छेत्री, उपाध्यक्ष पूजा सुब्बा, भारतीय गोर्खा परिसंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्नल डी एस खड़का आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। सभा के अध्यक्ष थापा ने इस मौके पर सभी उपस्थित जनों को दीपावली पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का मंचन पूर्वा सिंह ने किया ।
दीपावली पर्व में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रस्तुत लघु नाटिका ने समस्त दर्शक का मन मोह लिया। जिसमें इस महान पर्व में गाए एवं नाचे जाने वाले देउसी और भइलो का अति सुंदर मंचन किया गया। इसके साथ ही लोक संस्कृति को दर्शाने वाले अपने समुदाय के विभिन्न लोकनृत्य जैसे हुर्रा नृत्य, मारुनी नृत्य, सोरठी नृत्य एवं झ्यावरे नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के समापन पर्व पर्व में बनाए जाने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों को भी परोसा गया। इस अवसर पर सभा के सचिव मधुसूदन उपाध्याय, प्रबंधक प्रभा शाह, ग्राम प्रधान नवीन छेत्री, कर्नल सीबी थापा, कमला थापा, सुनीता छेत्री, मंजू कार्की, मेजर बीपी थापा, तमु धीं के महासचिव तिलकराज गुरुंग समेत बड़ी संख्या में गोरखा समुदाय के वरिष्ठ गण मौजूद रहे।
इन कलाकारों ने समा बांधा
रंगारंग कार्यक्रम में कर्नल जीवन छेत्री, आर एस थापा, कमल कुमार राई, किशन गुरुंग, अमर थापा, जेबी राई, नैंसी, अशोक गुरुंग, ज्योत्सना सुब्बा, दिव्या शर्मा, नैना शर्मा, सपना थापा, आंचल, प्रतिमा, सूरज थापा, सागर, अनीश, आकाश, यश प्रमुख रूप से नृत्य एवं अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकार रहे वहीं गुरांस सांस्कृतिक कला केंद्र के उपाध्यक्ष तरुण गुरुंग ने बताया कि गोर्खाली संस्कृति को नृत्य के माध्यम से देहरादून समेत भारत के विभिन्न हिस्सों में उनकी टोली गोर्खाली सांस्कृति के जन-जागरण करने का कार्य करती है। इसके अतिरिक्त समृद्ध गोर्खाली संस्कृति को प्रस्तुत करने का यह सर्वोत्तम तरीकों में से भी एक है। जिसके लिए स्थानीय गोर्खाली दूनवासी लंबे समय से उनके कला केंद्र से जुड़े हुए हैं।
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