माकपा सिलीगुड़ी में दंगा कराने की फिराक में : दीक्षित
दार्जिलिंग : आगामी 16 मई के बाद तराई, सिलीगुड़ी क्षेत्र में माकपा सांप्रदायिक दंगा फैलाने को प्रयासरत है। उक्त बातें भारतीय गोर्खा पूर्व सैनिक मोर्चा के दार्जिलिंग इकाई अध्यक्ष कर्नल जे.के.दीक्षित ने बुधवार को जागरण से कही। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है। जिससे माकपा भयभीत होकर सिलीगु़ड़ी,तराई क्षेत्र में गोजमुमो को बदनाम करने के लिए सांप्रदायिक दंगा फैलाने के प्रयास में है। उन्होंने लोगों से सचेत रहने की अपील करते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व माकपा ने ही जयगांव में सांप्रदायिक दंगा कराया। जयगांव में हुआ सांप्रदायिक दंगा लोगों को भयभीत करने का संकेत है। श्री दीक्षित ने कहा कि मुख्यमंत्री बुद्धदेंव भंट्टाचार्य , नगर विकास मंत्री अशोक भंट्टाचार्य को सिलीगुड़ी-तराई क्षेत्र में गोर्खा समुदाय को परेशान करने से पहले 55 हजार पूर्व सैनिकों को भी देखना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिन सिलीगुड़ी तराई क्षेत्र में गोर्खा समुदायों को माकपा समर्थक डीवाईएफआई कैडरों द्वारा अन्य तरह के अत्याचार किये गये वह अब सहन न होगा, हद पार करने पर परिणाम भयानक होंगे तथा ऐसी घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री जिम्मेदार होंगे। अध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा 16 मई को होगी। इसके बाद तराई क्षेत्र के गोर्खा समुदाय के लोगों को माकपा द्वारा परेशान करने की योजना है जिसे विफल करने के लिए सभी को एकजुट होकर मुंहतोड़ जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि हम लोग बंगाल के साथ नहीं रहना चाहते इसलिए हम भारतीय संविधान के तहत अलग गोर्खालैंड राज्य चाहते हैं तथा हम अपनी मांग को लेकर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि गोजमुमो के स्वयंसेवक दल जीएलपी में 15 हजार जवान हैं, इन जीएलपी जवानों को गोरूबाथान के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हें किसी तरह के लड़ाई -झगड़े के लिए प्रशिक्षित नहीं किया जा रहा है बल्कि उन्हें मार्चपास्ट, दौड़, प्राकृतिक प्रकोप के दौरान क्या करना है इसके लिए 1 मई से प्रशिक्षण शुरु हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार जीएलपी पर प्रतिबंध लगाती है तो पहले शिवसेना, आरएसएस, कांग्रेस के स्वयंसेवक दल माकपा के रेड बिग्रेड फोर्स जैसे दलों पर प्रतिबंध लगाना होगा अन्यथा जीएलपी पर प्रतिबंध लगाने की सोच समाप्त करनी होगी। अध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि जीएलपी आग लगाने वाली संस्था नहीं बल्कि आग बुझाने वाली संस्था है तथा तराई क्षेत्र में यदि कोई बवाल होता है तो शांत करने के लिए जीएलपी वहां जायेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी चीज की हद होती है हद पार करना माकपा को मंहगी साबित होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक मोर्चा गोजमुमो के घटक दल हैं। कल गोजमुमो अध्यक्ष विमल गुरुंग ने गोर्खालैंड की मांग को लेकर किसी भी तरह का कार्यक्रम किया तो उसमें सैनिक मोर्चा पूरी तरह से शामिल होगा।
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