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सिक्किम में मृतकों की संख्या हुई 68, राहत कार्य जारी

गंगटोक सिक्किम में गत रविवार शाम आए भूकम्प में मरनेवालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 68 हो गई जबकि इस आपदामें 300 से अधिक घायल हुए हैं। वहीं, राहत एवं बचाव दल ताजेभूस्खलन से अवरुद्ध सड़कों को बहाल करने में जुटे हैं। आपदा सेस्थानीय लोग सदमे की स्थिति में हैं। सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने पत्रकारों को बताया, "भूकम्प से काफी क्षति पहुंची है। इस आपदा में 68 लोग मारे गए हैं और 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। भूकम्प से 2000 घर गिरे हैं और एक लाख से अधिक आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं।"वहीं, बुधवार को हुई भारी बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 31-ए बाधित हो गया। यह राजमार्ग राजधानी गंगटोक को शेष भारत से जोड़ता है। राजमार्ग पर करीब चार घंटे से फंसे फोटो पत्रकार अल्बर्ट बंदो ने कहा, "दोपहर बाद हुए भूस्खलन से राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। सेना के जवान सड़क से मिट्टी हटाने में जुटे हैं। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हैं और समय बीतने के साथ स्थिति अराजक हो रही है।"

इस बीच, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुधवार को गंगटोक का दौरा किया और एक अस्पताल में घायलों से मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री चामलिंग को भरोसा दिया कि आपदा से लड़ने में नई दिल्ली उनकी मदद करेगी। गांधी गंगटोक में करीब आधे घंटे तक रहे। उन्होंने सिक्किम मणिपाल अस्पताल में करीब 10 मिनट तक भूकम्प पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात नहीं की और वहां से सीधे मेघालय के लिए रवाना हो गए। केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम गुरुवार को गंगटोक का दौरा करने वाले हैं। वह रविवार को आए 6.8 की तीव्रता वाले भूकम्प से हुए नुकसान का आकलन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, "आपदा से क्षतिग्रस्त घरों का पुनर्निर्माण और प्रभावित लोगों तक पहुंचना सबसे बड़ी चुनौती है। खराब मौसम और क्षेत्र की दूरी राहत एवं बचाव अभियान को प्रभावित कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय से जारी बयान के मुताबिक सिक्किम के उत्तरी क्षेत्र में करीब 400 विदेशी नागरिकों के फंसे होने की सूचना है।

बयान के मुताबिक राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले में राहत शिविर स्थापित किए हैं जबकि 2700 और 550 लोगों को पेगांग में क्रमश: सैन्य एवं आईटीबीपी के शिविरों में रखा गया है। बचाव एवं राहत अभियान में सेना के 5500 जवानों को तैनात किया गया है। बयान के अनुसार जवानों ने अपने तलाशी एवं बचाव अभियान के तहत 60 गांवों में मलबे की सफाई की। इसके अलावा 30 जवानों की दो टीमों को मंगन एवं चुंगथान में तैनात किया गया है। बयान के मुताबिक हेलीकॉप्टर ने प्रभावित इलाकों में लोगों का टोह लगाने और खाद्य सामग्रियों को गिराने के लिए 30 चक्कर लगाए। यही नहीं केंद्र ने सिक्किम के भूकम्प प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए एक अंतर मंत्रालयी टीम का गठन किया है जो राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया कोष से मदद देने के लिए अपनी अनुशंसाएं देगी।

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