अस्थायी कर्मचारियों को विमल पर पूरा विश्वास
दार्जिलिंग। गोरखा पार्वत्य परिषद में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों को प्रस्तावित गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन में स्थायी होने की पूरी उम्मीद है। इसके लिए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख विमल गुरुंग ने भी आश्वस्त किया है। यह बातें जनमुक्ति अस्थायी कर्मचारी संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष मचिंद्र सुब्बा ने कही। उन्होंने कहा कि जीटीए और दागोपाप में जमीन-आसमान का अंतर है और जीटीए इसमें काफी क्षमता वाली व्यवस्था है। इसमें सी और डी श्रेणी की नियुक्ति करने की क्षमता है। इसके लिए मोर्चा प्रमुख विमल गुरुंग ने भरोसा दिलाया है कि अच्छा कार्य करने वाले को जीटीए में स्थायी किया जाएगा। 23 अगस्त 1988 को दागोपाप का गठन होने के बाद बेरोजगार युवाओं व युवतियों को परिषद में नियुक्त किया गया था, लेकिन 23 वर्ष हो जाने के बावजूद दागोपाप में कार्यरत 6321 अस्थायी कर्मचारियों को अभी तक स्थायी नहीं किया जा सका है। इससे नाराज कर्मियों का पिछले चार वर्षो से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। विमल के भरोसा दिये जाने के बाद कर्मचारियों में उम्मीद जगी है।(साभार - जागरण)

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