ब्रिटेन ने ईरान के सभी राजनयिकों को देश से निकाला
लंदन. ब्रितानी विदेश मंत्री विलियम हेग ने घोषणा की है कि तेहरान में ब्रितानी दूतावास पर हुए प्रदर्शनकारियों के हमले के विरोध में ब्रिटेन से ईरान के सभी कूटनयिकों को निष्कासित कर दिया है.उन्होंने कहा है कि लंदन स्थित ईरानी दूतावास को तुरंत बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं. मंगलवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ईरान की राजधानी तेहरान में ब्रितानी दूतावास में घुसकर तोड़फोड़ की थी और ब्रितानी झंडे को जला दिया था.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे ईरान के ख़िलाफ़ ब्रिटेन के आर्थिक फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करना चाहते थे.इसके बाद ब्रिटेन ने पहले अपने कुछ कूटनयिकों को ईरान से वापस बुलाने की घोषणा की थी.लेकिन विलियम हेग का कहना है कि ईरान के कूटनयिक मिशन के सभी कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया है.
तेहरान से भी वापसी
प्रदर्शनकारियों ने दूतावास में शीशे तोड़े और आग लगाई ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा था कि इन हमलों के लिए ईरान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. अमरीका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इन हमलों की निंदा की थी.इसके बाद ब्रितानी विदेश विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि ब्रिटेन के कुछ कर्मचारी तेहरान से वापस बुलाए जा रहे हैं. हालांकि अब विलियम हेग ने ये घोषणा कर दी है कि सभी कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है.
सरकार की ओर से कहा गया था कि ब्रितानी कूटनयिक अधिकारियों और उनके परिवार की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है. इन कार्रवाइयों के बीच प्रदर्शनकारियों ने एक बयान जारी करके कहा है कि वे ब्रितानी सरकार के युद्धोत्तेजना फैलाने वाली नीतियों के ख़िलाफ़ चुप नहीं बैठेंगे.उन्होंने ईरान सरकार से अपील की है कि वह ब्रिटेन से सारे कूटनयिक संबंध तोड़ ले. ईरान सरकार ने कहा है कि कूटनयिक कार्यालयों पर हमला स्वीकार्य कार्रवाई नहीं है. हालांकि इस बयान ने ब्रिटेन को संतुष्ट नहीं किया है।
(साभार - बीबीसी)
तेहरान में हुए ब्रिटिश दूतावास में हमले की तस्वीरें
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे ईरान के ख़िलाफ़ ब्रिटेन के आर्थिक फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करना चाहते थे.इसके बाद ब्रिटेन ने पहले अपने कुछ कूटनयिकों को ईरान से वापस बुलाने की घोषणा की थी.लेकिन विलियम हेग का कहना है कि ईरान के कूटनयिक मिशन के सभी कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया है.
तेहरान से भी वापसी
प्रदर्शनकारियों ने दूतावास में शीशे तोड़े और आग लगाई ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा था कि इन हमलों के लिए ईरान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. अमरीका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इन हमलों की निंदा की थी.इसके बाद ब्रितानी विदेश विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि ब्रिटेन के कुछ कर्मचारी तेहरान से वापस बुलाए जा रहे हैं. हालांकि अब विलियम हेग ने ये घोषणा कर दी है कि सभी कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है.
सरकार की ओर से कहा गया था कि ब्रितानी कूटनयिक अधिकारियों और उनके परिवार की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है. इन कार्रवाइयों के बीच प्रदर्शनकारियों ने एक बयान जारी करके कहा है कि वे ब्रितानी सरकार के युद्धोत्तेजना फैलाने वाली नीतियों के ख़िलाफ़ चुप नहीं बैठेंगे.उन्होंने ईरान सरकार से अपील की है कि वह ब्रिटेन से सारे कूटनयिक संबंध तोड़ ले. ईरान सरकार ने कहा है कि कूटनयिक कार्यालयों पर हमला स्वीकार्य कार्रवाई नहीं है. हालांकि इस बयान ने ब्रिटेन को संतुष्ट नहीं किया है।
(साभार - बीबीसी)
तेहरान में हुए ब्रिटिश दूतावास में हमले की तस्वीरें
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