किशनजी की मौत से सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता - DIG
सिलीगुड़ी। बंगाल में माओवादी प्रमुख किशनजी की मौत के बाद उत्तर बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है। सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय कदमतला में सुरक्षा एजेंसियों की बैठक में सहमति बनी कि किसी प्रकार की सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा। इसमें खुफिया विभागों के अलावा पुलिस के आलाधिकारी से भी संपर्क किया जाएगा। नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, असम और बिहार सीमांत क्षेत्रों पर लगातार पैनी नजर रखी जाए। सशस्त्र सीमा बल के डीआइजी सुभाष कुमार का कहना है कि नेपाल में वर्तमान सत्ता माओवादियों के हाथ में है।
नेपाल के माओवादियों के साथ भारतीय माओवादियों की सांठ-गांठ की बात प्रकाश में आती रही है। इसको ध्यान में रखकर ही सीमा के सभी बोर्डर आउटपोस्ट को सतर्क रहने को कहा गया है। कुमार ने कहा कि एसएसबी किसी भी स्थिति से मुकाबला के लिए तैयार है। नेपाल और भूटान की खुली सीमा का उपयोग प्रतिदिन हजारों लोग करते है। प्रत्येक का जांच कर पाना मुश्किल है। इसलिए बोर्डर पर तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी पर भी संदेह होने पर तत्काल उसे हिरासत में ले लिया जाए।वाहनों की तलाशी के साथ आने-जाने वाले सामानों की जांच भी की जाए।
नेपाल के माओवादियों के साथ भारतीय माओवादियों की सांठ-गांठ की बात प्रकाश में आती रही है। इसको ध्यान में रखकर ही सीमा के सभी बोर्डर आउटपोस्ट को सतर्क रहने को कहा गया है। कुमार ने कहा कि एसएसबी किसी भी स्थिति से मुकाबला के लिए तैयार है। नेपाल और भूटान की खुली सीमा का उपयोग प्रतिदिन हजारों लोग करते है। प्रत्येक का जांच कर पाना मुश्किल है। इसलिए बोर्डर पर तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी पर भी संदेह होने पर तत्काल उसे हिरासत में ले लिया जाए।वाहनों की तलाशी के साथ आने-जाने वाले सामानों की जांच भी की जाए।
Post a Comment