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तां‌त्रिक ने रची थी इंडियन मिलिट्री एकेडमी को उड़ाने की 'साजिश'

अमर उजाला
देहरादून : इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए), दून पर आतंकवादी हमले की फर्जी सूचना देने वाला सनकी तांत्रिक निकला। वह डीएवी कॉलेज में चपरासी भी रह चुका है। उसे कुछ साल पहले निलंबित कर दिया गया था। एसएसपी केवल खुराना ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया। पुलिस के अनुसार उसने रिश्तेदारों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी।


आईएमए तक जाने का नक्शा बनाया था
शुक्रवार को आईएमए प्रशासन ने पुलिस को पत्र भेजकर बताया था कि 26 जनवरी को आईएमए को उड़ाने की धमकी मिली है। किसी व्यक्ति ने आईएमएस कमांडेंट को पत्र भेजकर इस साजिश की सूचना दी थी। उसने कुछ मोबाइल नंबर और लोगों के नाम लिखे थे।  पत्र भेजने वाले का दावा था कि पाकिस्तान इन लोगों के जरिए आईएमए को बम से उड़ाने की साजिश रच रहा है। उसमें आईएमए तक जाने का नक्शा भी बनाया गया था।  पुलिस के अनुसार इस पत्र की लिखावट कम पढ़े-लिखे व्यक्ति की लग रही है। मिलिट्री इंटेलीजेंट्स के अलावा आईबी, एलआईयू, एसओजी और पुलिस की टीमों ने छानबीन शुरू की। पत्र में लिखे गए मोबाइल नंबरों के आधार पर पुलिस ने चंद्रबनी निवासी अमरनाथ (40) पुत्र रामदुलारे को गिरफ्तार कर लिया।

आईएमए प्रशासन को पत्र भेजा
पता लगा कि अमरनाथ एक तांत्रिक किस्म का व्यक्ति है और शराब व चरस पीकर पड़ोसियों से झगड़ता रहता है। अमरनाथ के रिश्तेदारों ने उसकी जमीन का सौदा सस्ते में करा दिया था, जिससे वह परेशान रहता था। उन्हें फंसाने के लिए ही अमरनाथ ने आईएमए प्रशासन को यह पत्र भेजा था। पत्र में लिखे मोबाइल नंबर इन्हीं रिश्तेदारों के थे। उसके घर में तंत्र-मंत्र की किताबें और हवनकुंड मिला है। अमरनाथ मूल रूप सेतिवारीपुर बल्दीराम, जिला सुल्तानपुर, यूपी का रहने वाला है। यहां कॉलेज की नौकरी छूटने के बाद वह गाय पालकर गुजारा करता था।  अमरनाथ का कहना है कि भगत नाम के युवक ने उससे जबरन यह पत्र लिखवाया था। वह उसे अक्सर मारता-पीटता है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी इसकी छानबीन कराई है। लोगों का कहना है कि भगत से भी वह दुश्मनी रखता है। एसएसपी ने पुलिस टीम के लिए इनाम की घोषणा की है। 
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