दिल्ली एयरपोर्ट के पास चार्टर्ड प्लेन क्रैश, बीएसएफ के 3 डिप्टी कमाडेंट, 7 सीनियर टेक्नीशियन समेत 10 की मौत
नई दिल्ली : दिल्ली के द्वारका सेक्टर-8 के शाहाबाद गांव में बीएसएफ का सुपरकिंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इसमें सवार सभी 10 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि विमान ने दिल्ली एयरपोर्ट से रांची जाने के लिए उड़ान भरी थी। हादसा करीब 9.50 मिनट पर हुआ, जब तकनीशियन का कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था। मौके पर फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियां मौजूद हैं।
हेलीकॉप्टर रिपेयर करने रांची जा रहे थे
प्लेन में सवार 10 लोगों में तीन बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट और सात सीनियर टेक्नीशियन थे \। ये सभी एक हेलीकॉप्टर रिपेयर करने रांची जा रहे थे। बीएसएफ के डीजी डीके पाठक भी मौके पर रवाना हो गए हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने पहुंच चुके हैं। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि नई दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट के पास बीएसएफ के प्लेन क्रैश की बेहद दर्दनाक खबर मिली है। मैं घटनास्थल के तुरंत रवाना हो रहा हूं।
हादसे की पुख्ता वजह अभी तक पता नहीं
फिलहाल हादसे की वजह की पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, यह प्लेन एक दीवार से टकराया और इसके बाद सेप्टिक टैंक में जाकर क्रैश हो गया। फिर एयरक्राफ्ट से आग की लपटें निकलने लगीं और यह बुरी तरह जल गया। इसका एक हिस्सा पानी में था।
बीएसएफ के इसी विमान से जाने वाले थे किरेन रिजिजू
बीएसएफ का जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उससे गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को जाने वाले थे। मंत्रालय के मुताबिक, इसी विमान में गृह राज्यमंत्री अक्सर सफर करते हैं। उधर, विमान के क्रैश होने की सबसे पहली जानकारी बीएसएफ को मुंबई से मिली थी। बीएसएफ के निदेशक डीके पाठक का कहना है कि हमें और बीएसएफ के एयरविंग को जानकारी मुंबई ELT से मिली। जहाज पहले एक पेड़ से टकराया, उसके बाद दूसरे पेड़ टकराया, फिर एक सीवेज ट्रीटमेंट की दीवार से टकराया और क्रैश हो गया। इसके बाद जहाज में आग लग गई।
क्षमता से अधिक भार तो हादसे की वजह नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि चश्मदीदों से मिली जानकारी के मुताबिक, विमान ने उड़ने के एक मिनट बाद ही यू-टर्न ले लिया। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या हुआ होगा। पाठक का कहना है कि डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश भी दे दिए हैं। उधर, गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी का कहना है कि जांच इस पहलू पर भी हो रही है कि क्या विमान में क्षमता से ज़्यादा भार था या तकनीकी खराबी थी।
ऐसे हुआ हादसा
सूत्रों के हवाले से जो खबरें मिल रही हैं, उनके मुताबिक, क्रैश से पहले पायलट विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले गए। उड़ान भरते ही पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का पता चला। पायलट ने इंजीनियरिंग विंग को जानकारी दी। इंजीनियरिंग विंग ने वापसी के लिए क्लीयर किया। पायलट ने एसओएस कॉल देकर एयरपोर्ट वापस लौटना चाहा। इमरजेंसी का ऐलान और रनवे 28 को खाली कराया गया। रनवे से बस 50 मीटर पहले ही विमान क्रैश हो गया।
हेलीकॉप्टर रिपेयर करने रांची जा रहे थे
प्लेन में सवार 10 लोगों में तीन बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट और सात सीनियर टेक्नीशियन थे \। ये सभी एक हेलीकॉप्टर रिपेयर करने रांची जा रहे थे। बीएसएफ के डीजी डीके पाठक भी मौके पर रवाना हो गए हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने पहुंच चुके हैं। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि नई दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट के पास बीएसएफ के प्लेन क्रैश की बेहद दर्दनाक खबर मिली है। मैं घटनास्थल के तुरंत रवाना हो रहा हूं।
हादसे की पुख्ता वजह अभी तक पता नहीं
फिलहाल हादसे की वजह की पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, यह प्लेन एक दीवार से टकराया और इसके बाद सेप्टिक टैंक में जाकर क्रैश हो गया। फिर एयरक्राफ्ट से आग की लपटें निकलने लगीं और यह बुरी तरह जल गया। इसका एक हिस्सा पानी में था।
बीएसएफ के इसी विमान से जाने वाले थे किरेन रिजिजू
बीएसएफ का जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उससे गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू गुरुवार को जाने वाले थे। मंत्रालय के मुताबिक, इसी विमान में गृह राज्यमंत्री अक्सर सफर करते हैं। उधर, विमान के क्रैश होने की सबसे पहली जानकारी बीएसएफ को मुंबई से मिली थी। बीएसएफ के निदेशक डीके पाठक का कहना है कि हमें और बीएसएफ के एयरविंग को जानकारी मुंबई ELT से मिली। जहाज पहले एक पेड़ से टकराया, उसके बाद दूसरे पेड़ टकराया, फिर एक सीवेज ट्रीटमेंट की दीवार से टकराया और क्रैश हो गया। इसके बाद जहाज में आग लग गई।
क्षमता से अधिक भार तो हादसे की वजह नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि चश्मदीदों से मिली जानकारी के मुताबिक, विमान ने उड़ने के एक मिनट बाद ही यू-टर्न ले लिया। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या हुआ होगा। पाठक का कहना है कि डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश भी दे दिए हैं। उधर, गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी का कहना है कि जांच इस पहलू पर भी हो रही है कि क्या विमान में क्षमता से ज़्यादा भार था या तकनीकी खराबी थी।
ऐसे हुआ हादसा
सूत्रों के हवाले से जो खबरें मिल रही हैं, उनके मुताबिक, क्रैश से पहले पायलट विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले गए। उड़ान भरते ही पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का पता चला। पायलट ने इंजीनियरिंग विंग को जानकारी दी। इंजीनियरिंग विंग ने वापसी के लिए क्लीयर किया। पायलट ने एसओएस कॉल देकर एयरपोर्ट वापस लौटना चाहा। इमरजेंसी का ऐलान और रनवे 28 को खाली कराया गया। रनवे से बस 50 मीटर पहले ही विमान क्रैश हो गया।
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