एवरेस्ट फतेह करने की झूठी खबर प्रचारित करने पर नेपाल में भारतीय दंपती पर प्रतिबंध
काठमांडु : नेपाल ने भारत के उस पुलिस दंपती दिनेश और ताराकेश्वरी राठौर (30) पर दस साल का प्रतिबंध लगा दिया है जिसने हाल ही में एवरेस्ट फतेह करने की झूठी खबर प्रचारित की थी। नेपाल के पर्यटन विभाग के प्रमुख सुदर्शन प्रसाद ढकाल ने मंगलवार को बताया कि हमारी जांच में पता चला है कि राठौर दंपती ने एवरेस्ट सम्मेलन में फर्जीवाड़ा किया है। इसलिए उनका सर्टीफिकेट रद्द किया जाता है और उन पर नेपाल में कोई भी पहाड़ चढ़ने पर दस साल का प्रतिबंध लगाया जाता है। हमने इस मामले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा था लेकिन उन्होंने जांच में कोई सहयोग नहीं किया।
इस प्रतिबंध को अन्य पर्वतारोहियों के लिए चेतावनी के तौर पर लागू किया गया है। विगत 23 मई को दिनेश और ताराकेश्वरी ने दावा किया था कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर) पर पहुंचने में कामयाबी पाई है। अपने इस झूठ को सच साबित करने के लिए इन दोनों अपनी एवरेस्ट की एक फर्जी फोटो भी जारी की थी। लेकिन इन दोनों के साथी पर्वतारोहियों ने इस दावे पर सवाल उठाया था। उनका कहना था कि पुणे के इन दोनों पुलिस कांस्टेबलों ने फोटो के साथ कुछ छेड़छाड़ की है। उल्लेखनीय है कि नेपाल के पर्यटन मंत्री ने पहले इन दोनों को एवरेस्ट फतेह करने का सर्टीफिकेट जारी कर दिया था। लेकिन बाद में जांच होने के बाद इनका दावा झूठा साबित हुआ।
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