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दार्जिलिंग की 4 नगर निकाय सहित 7 नगर निकायों के लिए मतदान शुरु, TMC-GJM के बीच मुकाबला



दार्जिलिंग: पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग की चार नगर निकाय सहित सात नगर निकायों के लिए आज मतदान शुरु हो चुका है. जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी-गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) गठबंधन के बीच कड़े चुनावी अभियान के बाद किस्मत का फैसला होगा. इन सात नगर निकायों में पर्वतीय क्षेत्र के दार्जिलिंग, कर्सियांग, कालिम्पोंग, मिरिक  अधिसूचित क्षेत्र प्राधिकरण के अलावा मुर्शिदाबाद का डोमकल, दक्षिण 24 परगना का पुजाली और उत्तर दिनापुर का रायगंज शामिल है. दार्जिलिंग जिले में तणमूल, जीएनएलएफ गठबंधन और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा-भाजपा गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है. रविवार को होने वाला चुनाव से यह होगा कि पाड़ी क्षेत्र पर कौन राज करेगा. यह पिछले एक दशक से जीजेएम का गढ़ है. 2011 में, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और कुर्सीओंग में नागरिक चुनाव नहीं हुए थे क्योंकि एक भी उम्मीदवार गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के खिलाफ खड़ा ही नहीं हुआ था. पहाड़ियों में मिरिक ही एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र है जहां सभी पार्टियों के बीच भी कड़ा मुकाबला रहता है लेकिन यहां भी जीजेएम की जीत हुई थी.

GJM सचिव रोशन गिरि ने कहा, “पहाड़ी में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार ने धोखा दिया है और मुझे यकीन है कि इस बार लोग जीजेएम को बेहतर नागरिक सुविधाओं और एक अलग गोरखालैंड राज्य बनाने के लिए वोट देंगे।” इतना ही नहीं GJM ने TMC पर अपने नेताओं की खरीद फरोख्त करने और अपने खिलाफ झूठी और बेबुनियाद खबरें फैलाने का आरोप भी लगाया है. राज्य के मंत्री और पर्वतीय क्षेत्र के प्रभारी अरूप विश्वास ने GJM के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए TMC ने कहा कि GJM द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है बल्कि सच तो यह है कि GJM पर्वत में तनाशाही चला रही है और लोगों ने इसके खिलाफ बगावत करनी शुरू कर दी है. पहाड़ी लोगों ने ममता बनर्जी को अपने अविवादित नेता के तौर पर स्वीकार कर लिया है और इसलिए जीजेएम ये आधारहीन आरोप लगा रही है.

पहाड़ी इलाके में निर्दलीय उम्मीदवारों का अच्छा दबदबा
GJM प्रमुख बिमल गुरूंग का कहना है कि TMC की विभाजनकारी राजनीति पर्वतीय क्षेत्र में काम नहीं करेगी. उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाके में निर्दलीय उम्मीदवारों का अच्छा दबदबा है और वे बड़े वोट शेयर में सेंध लगा सकते हैं. उन्होंने बताया दार्जिलिंग में अकेले ही, 22 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दायर किया है. कर्सियांग और मिरिक में यह आंकड़ा 10 है और कालिम्पोंग में यह 26 है. GJM के साथ गठबंधन की वजह से भाजपा ने पहाड़ियों में किसी भी उम्मीदवार को नहीं चुना है, लेकिन पार्टी ने रायगंज, पुजाली और डोमकल में जबरदस्त तरीके से से प्रचार किया है. माना जा रहा है कि डोमकल में मुकाबला टीएमसी और कांग्रेस-माकपा गठबंधन के बीच है जबकि पुजाली और रायगंज में टीएमसी को माकपा कांग्रेस के अलावा भाजपा से भी चुनौती मिलने की संभावना है.
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