भाषा विवाद : पहाड़ पर टकराहट के मद्देनजर प्रशासन सतर्क, GJM से दो-दो हाथ करने को TMC तैयार
दार्जिलिंग : यूं तो गोजमुमो और सरकार के बीच काफी दिनों से आपसी टकराव चल रहा है। इस दिनों दार्जिलिंग पहाड़ के सभी राजनीतिक दलों से आह्वान किया गया है कि सरकार द्वारा छात्रों पर बांग्ला भाषा थोपने का मिलकर विरोध करें। इसमें सभी दलों का अपना-अपना झंडा इस्तेमाल करने की भी छूट दी गई है। इसे गोजमुमो जाति और भाषा के संरक्षण की लड़ाई मान रही है। मुख्यमंत्री के उत्तर बंगाल के दौरे और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा द्वारा लगातार आंदोलन और विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बाद जिला प्रशासन समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है। उत्तर बंगाल के सभी थानों की पुलिस व अतिरिक्त पुलिस को तैयार रहने को कह दिया गया है।
पहले जून से होने वाले आंदोलन के पल-पल की खबर अभी से सरकार को भेजी जा रही है। आंदोलन के दौरान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के खिलाफ हिल्स व समतल टीएमसी दो-दो हाथ करने का मन बना रही है। टीएमसी हिल्स में अपने बढ़ते प्रभाव को लेकर पूरी तरह उत्साहित है। प्रशासनिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री विरोध की परवाह नहीं करते हुए हर हाल में मिरिक में जनसभा कर यहां के लोगों को धन्यवाद और कुछ उपहार सौंपेगी। दूसरे दिन पूरे मंत्री परिषद की बैठक भी दार्जिलिंग में कर सकती है। बैठक कर हिल्स के विकास के लिए कुछ नया एलान भी कर सकती है। उनके दौरे के दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए प्रशासन ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
हिल्स में टकराव की राजनीति को लेकर पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले चिंतित नजर आ रहे है। अभी पर्यटकों के लिए यह सबसे अच्छा मौसम माना जा रहा है। हिल्स व तराई डुवार्स से जो खबर आ रही है उसके अनुसार अगर सरकार के साथ गोजमुमो का टकराव आगे बढ़ा तो फिर से पहाड़ अलग राज्य आंदोलन को लेकर अस्थिर हो जाएगा।
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