दार्जिलिंग जिले में हुए पांच नगरपालिकाओं के चुनाव शांतिपूर्ण, रायगंज में TMC पर हिंसा का लगा आरोप
दार्जिलिंग : उत्तर बंगाल के उत्तर दिनाजपुर व दार्जिलिंग जिले में हुए पांच नगरपालिकाओं के चुनाव में रायगंज को छोड़कर पहाड़ के चारों नगरपालिकाओं में चुनाव शांतिपूर्वक रहा। रायगंज नगरपालिका में सुबह से ही भीषण हंगामा, बमबाजी, मारपीट, ईवीएम तोड़फोड़ जैसी घटनाएं हुई। कई बुथों में घुसकर मारपीट जैसी घटना को अंजाम दिया गया। जहां पर पुलिस मुकदर्शक बनी हुई थी। रायगंज में सबसे अधिक हिंसक घटनाएं हुई। जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। इस इलाके में अपराधी हाथ में बम व आग्नेयास्त्र लेकर घूमते हुए देखे गए। हालांकि बमबाजी से लेकर बुथ कब्जा करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने अपने उपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। रायगंज में बुथ पर पुलिस के सामने असमाजिक तत्व अपना कर रहे थे। वही दार्जिलिंग जिले के चारों नगरपालिकाओं में शाम पांच बजे खबर लिखे जाने तक किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली।
इधर रायगंज में हुए हिंसक घटना को लेकर कांग्रेस-माकपा गठबंधन ने वॉकओवर देते हुए मतदान का बहिष्कार कर दिया। गठबंधन के सभी प्रत्याशी मतदान केन्द्र छोड़कर पार्टी कार्यालय में आश्रय लिया। दोपहर एक बजे पत्रकारों को संबोधित करते हुए दीपा दासमुंशी ने कहा कि तृकां के बदमाशों ने सभी बुथों पर कब्जा कर लिया। पुलिस प्रशासन, मतदान कर्मचारी व अधिकारी मूक दर्शक बनी हुई थी। इसके बाद तृकां ने अपने पक्ष में मतदान किया। मतदाता के कर्मियों को हाथ में स्याही लगाकर उसे वापस भेज दिया जाता था। शनिवार रात से ही वोटरों को धमकाया गया था। इस दिन सुबह से ही रायगंज इलाके में आतंक का माहौल देखा गया। वार्ड नंबर 7 के खरबूजा घाट में मतदान में अचड़न डालने पर मतदाताओं ने ईवीएम मशीन को तोड़ डाला। 18, 23, 24 एवं 26 नंबर वार्ड में बूथ पर कब्जा कर बम व गोली फायर से प्रहार किया गया।
23 नंबर वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी तपन नाग के पोलिंग एजेंट विश्वनाथ राय को गोली लगने की खबर है जो वर्तमान में रायगंज अस्पताल में चिकित्साधीन है। भाजपा के जिलाध्यक्ष निर्मल दास ने कहा कि तृकां पर आरोप लगाते हुए कहा कि गणतंत्र के साथ मजाक है। वही तृकां जिलाध्यक्ष अमल आचार्य ने कहा कि कांग्रेस-बाम गठजोड़ का जनाधार ही नहीं रहा। सभी आरोप निराधार है। माकपा नेता दिलीप नारायण घोष ने कहा कि तृकां ने जबरन आम लोगों के मताधिकार का हनन किया है।
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