ब्लास्ट के बहाने बंगाल पुलिस बिमल गुरुंग समेत 47 GJM लीडर्स पर FIR करने पर आमादा, गृहमंत्री को लिखा पत्र
वीर गोरखा न्यूज नेटवर्क
दार्जिलिंग : कल देर रात दार्जिलिंग के ओल्ड सुपर मार्केट में हुए बम ब्लास्ट में बंगाल पुलिस गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग और अन्य मोर्चा नेताओं पर आनन-फानन में FIR दर्ज करने पर आमादा हो गयी है। इसके बहाने ममता सरकार गोरखालैंड आंदोलन को कुचलने की कुटिल चाल चलने लगी है। गौरतलब है कि बिमल गुरुंग द्वारा बम ब्लास्ट की कड़ी निंदा और इसकी सुप्रीम कोर्ट के सुपरविजन में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) से जांच की मांग कर चुकी है। इसके बावजूद दार्जिलिंग पुलिस बिमल समेत सभी प्रमुख मोर्चा नेताओं को इस ब्लास्ट का आरोपी बनाने के लिए FIR फ़ाइल करने की तैयारी में है।
वहीं बिमल गुरुंग ने भी इस पूरे मामले में अब गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। गुरुंग ने गृहमंत्री को अपने पत्र में लिखा है कि आखिर कैसे इतने जल्दी दार्जिलिंग की पुलिस उनके ऊपर FIR दर्ज करने की जल्दबाजी कर रही है जबकि इस मामले की अभी जांच भी ठीक तरह से शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने पत्र में ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा कि स्वयं मुख्यमंत्री ममता अपने हिडन एजेंडे के तहत GJM के लीडरशिप को तबाह करने के नापाक मंसूबों पर काम कर रही है। उन्होंने आगे लिखा कि कल हुए ब्लास्ट राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़े सवालिया निशान है। इसकी निष्पक्ष जांच केंद्रीय जांच एजेंसी के माध्यम से की जानी चाहिए।
सदर पुलिस स्टेशन में कई मामलों के केस दर्ज
दार्जिलिंग के एसपी अखिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने ब्लास्ट मामले में मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग, प्रकाश गुरुंग, प्रवीण सुब्बा समेत 47 अन्य GJM नेताओं पर ब्लास्ट का चार्ज लगाया है। सदर पुलिस स्टेशन में इन सभी पर u/s 120B/121/121A/122 IPC r/w Sec 3/4 of ES Act r/w Sec 16/18/18A/18B of UAPA r/w Sec 8/9/15A/15B of WBMPO r/w Sec 3/4 of PDPP Act के केस बनाए गए है।
गोरखालैंड पर झूठ बोलने का ममता का लंबा इतिहास
गौरतलब है कि सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहाड़ और डुआर्स की गोरखा जनता को हमेशा से एंटी नेशनल मानती आई है। उन्होंने पूर्व में भी कई झूठ बोले है, जिसमें गोरखालैंड आंदोलनकारियों को नक्सली, माओवादी कहना एक बहुत बड़ा उदहारण है। इसके अलावा उन्होंने झूठ पर झूठ बोलते हुए इस आंदोलन को नेपाल और चीन द्वारा प्रायोजित भी बतलाया था। जब इस बारे में गोरखालैंड मूवमेंट कॉर्डिनेशन कमेटी (GMCC) सभी प्रमुख पार्टियों द्वारा सबूत माँगा गया तो वह इस झूठ का प्रमाण देने में नाकाम रही।
पहाड़ की जनता अफवाहों से बचें, पुख्ता जानकारी पर रखें भरोसा
इस बीच दार्जिलिंग में तरह-तरह के अफवाह भी तेजी से फैल रही है। वीर गोरखा न्यूज पोर्टल पहाड़ की जनता से अपील करती है कि वह ऐसे किसी भी अफवाह पर यकीन ना करे और ना ही ऐसे किसी अफवाह को आगे बढ़ाए। अब समय है कि पहाड़ की जनता ममता सरकार के दमनपूर्ण कृत्य का अपनी एकता से मुँहतोड़ जवाब दे।
गृहमंत्री को लिखा पत्र |
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