जरूरी थी दागोपाप के कार्यो की जांच - ABG
दार्जिलिंग। अखिल भारतीय गोरखालीग के महासचिव लक्ष्मण प्रधान ने कहा कि दार्जिलिंग गोरखा पार्वत्य परिषद के कार्यो की जांच होना जरूरी था। विकास कार्यो के नाम पर परिषद को काफी धन राशि मिली, लेकिन इसका कभी उपयोग कम ही दिखाई दिया। ऐसे में इसकी पड़ताल किया जाना चाहिए। गुरुवार को बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग गोरखा पार्वत्य परिषद का गठन पहाड़ के विकास के लिए हुआ था, लेकिन विकास कार्य की हालत हमेशा से ही खस्ता रही। कई योजनाओं को शुरू किया गया और तमाम लुभावने वाले किये गए। इसके लिए करोड़ों रुपये भी आवंटित किया गया और पैसे भी मिले। इसके बावजूद विकास कार्यो को कभी भी होते नहीं देखा गया।
इसकी जांच होने से कई लोगों को सबक भी मिलेगा और आने वाले दिनों इस तरह की हरकत कोई नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इसकी निष्पक्ष जांच कराने के साथ दोषियों पर कार्रवाई भी करनी चाहिए ताकि लोगों को सबक मिले और वह घोटाले नहीं करें। उन्होंने साफ किया कि जांच करने आने वाली पब्लिक स्टैंडिंग कमेटी का गोरखालीग सहयोग करेगा, लेकिन इसके लिए जांच दल को गोरखालीग को बताना होगा। गौरतलब है कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने सरकार गठन होने के बाद दागोपाप के कार्यो की जांच की मांग की थी। सरकार ने तय किया है कि दुर्गा पूजा के बाद वह विधानसभा के पब्लिक स्टैंडिंग कमेटी से इसकी जांच कराएगी। इसको लेकर अन्य दलों में भी चर्चा हो रही है। दागोपाप में घोटाले के पूर्व में कई आरोप लग चुके हैं।
इसकी जांच होने से कई लोगों को सबक भी मिलेगा और आने वाले दिनों इस तरह की हरकत कोई नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इसकी निष्पक्ष जांच कराने के साथ दोषियों पर कार्रवाई भी करनी चाहिए ताकि लोगों को सबक मिले और वह घोटाले नहीं करें। उन्होंने साफ किया कि जांच करने आने वाली पब्लिक स्टैंडिंग कमेटी का गोरखालीग सहयोग करेगा, लेकिन इसके लिए जांच दल को गोरखालीग को बताना होगा। गौरतलब है कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने सरकार गठन होने के बाद दागोपाप के कार्यो की जांच की मांग की थी। सरकार ने तय किया है कि दुर्गा पूजा के बाद वह विधानसभा के पब्लिक स्टैंडिंग कमेटी से इसकी जांच कराएगी। इसको लेकर अन्य दलों में भी चर्चा हो रही है। दागोपाप में घोटाले के पूर्व में कई आरोप लग चुके हैं।
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