जीटीए में सभा जोड़ा जाना आश्चर्यजनक
इसमें फेरबदल किया गया है और इसे पारित नहीं होने दिया जाएगा। इसको लेकर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने अपनी आपत्ति भी दर्ज करा दी है और इसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। दोनों मसौदे में अंतर है। पिछले दिनों कोलकाता में राज्य के संसदीय मंत्री पार्थ चटर्जी सहित राज्य के प्रमुख सचिव समर घोष को जानकारी दे दी गई है। डा. शर्मा के अनुसार जीटीए को जीटीए सभा बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्य की बात है कि जीटीए में सभा शब्द कैसे जोड़ दिया गया। अप्रत्याशित ढंग से मसौदे में हुए परिवर्तन को संशोधन करने के लिए शुक्रवार दो सितंबर को चर्चा किया जाएगा। डा. शर्मा ने कहा कि मसौदे में संशोधन किए बगैर इसे विधानसभा में पारित कराने के लिए सरकार द्वारा जबर्दस्ती की गई तो यह स्वीकार नहीं किया जाएगा।
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