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भ्रष्टाचार से मुक्त होगा जीटीए - गोरखा जनमुक्ति मोर्चा

कर्सियांग . गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के महकमा कमेटी की सोमवार को बैठक हुई। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई और इसमें जीटीए के तहत किये जाने वाले कार्यो पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता चुन्नू बहादुर सिंह ने की और विशेष तौर पर विधायक डॉ. रोहित शर्मा भी मौजूद रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन को भ्रष्टाचार से मुक्त रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और इसकी शिकायत मिलने पर हर संभव कार्रवाई भी की जाएगी। इसके गठन का उद्देश्य समूचे हिल्स के साथ इसमें आने वाले अन्य क्षेत्रों का विकास करना है और इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। जीटीए में विकास के लिहाज से कई विभाग बनाए जाएंगे और इसमें सभी पदाधिकारियों की भूमिका तय की जाएगी। पूरे अनुदान का विकास कार्यो को पूरा करने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
इस दौरान कर्सियांग में जीटीए को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए 10 सदस्यीय उप-कमेटी का भी गठन किया गया। बैठक में तीन अक्टूबर को फूलपाती शोभायात्रा को भव्य तरीके से निकाले जाने को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। इसके लिए रूपेन न्यूपाने को संयोजक बनाया गया। इसके अलावा 12 से 31 अक्टूबर तक होने वाले माह व्यापी सांस्कृतिक समारोह के संचालन के महकमा कमेटी उपाध्यक्ष कमल थापा को संयोजक बनाया गया। इससे पूर्व सात अक्टूबर को गोजमुमो का स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा।
बैठक में महकमा कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य बलराम क्षेत्री को निष्क्रियता बरतने पर पद से निष्कासित कर दिया गया। हालांकि उन्हें फिलहाल पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से नहीं हटाया गया है। क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से विकास देने और इसके लिए सुझाव देने के लिए चार सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई। बैठक में उपाध्यक्ष रवि गुरुंग, समरदीप ब्लोन, रोहित स्यांगबो सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये। संचालन प्रणय थापा ने किया।

जीटीए व दागोपाप में जमीन-आसमान का अंतर

गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन को लेकर अनावश्यक टीका-टिप्पणी करना उचित नहीं है। केंद्र, राज्य व गोजमुमो ने पहाड़ के विकास के लिए इस त्रिपक्षीय मसौदे पर हस्ताक्षर किया है और आने वाले दिनों में इसका परिणाम सभी को दिखाई देगा।यह बातें सोमवार को बातचीत के दौरान कर्सियांग के विधायक डॉ. रोहित शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार के मंत्री अशोक भट्टाचार्य जीटीए और दागोपाप में तुलना कर रहे हैं और उनका कहना है कि दागोपाप जीटीए से अच्छा था, लेकिन ऐसी बात नहीं है।
दागोपाप में गोरखाओं के हित के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया था। इससे विपरीत जीटीए में कई विभाग हैं और विकास की असीम संभावनाएं हैं। इसका लाभ सीधे तौर पर गोरखा समुदाय के अलावा अन्य लोगों को भी मिलेगा। पर्यटन, शिक्षा, मूलभूत सुविधाएं, चिकित्सा सहित अन्य व्यवस्था को तरजीह दी गई है। ऐसे में बिना मतलब की बयानबाजी करने के बजाय अपना जनाधार बनाने पर अशोक भट्टाचार्य को ध्यान देना चाहिए। इस दल के लोगों ने जीटीए का विधानसभा में इसीलिए विरोध किया क्योंकि यह अलग राज्य गोरखालैंड की पहली सीढ़ी है। यही वजह थी कि प्रदेश सरकार व गोजमुमो के विधायक जीटीए पर एकमत थे और इस बिल को पारित करा दिया गया।

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