पेयजल समस्या गहराई, निकला मौन जुलूस
कालिम्पोंग। महकमा में पानी की समस्या गहराती जा रही है। प्रशासन इसको लेकर तमाम दावे कर रहा है, हकीकत इससे जुदा है। हालत यह है कि अभी भी लोग पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं। इससे नाराज गोरखा दु:ख निवारक सम्मेलन की ओर से लोगों ने मौन जुलूस निकाला। इसमें विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी भी शामिल हुए और उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया। जुलूस ने शहर के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया और इस दौरान लोगों के इसमें शामिल होने का सिलसिला जारी रहा। पिछले दिनों भूकंप आने के कारण कई स्थानों पर पेयजल आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसकी मरम्मत शुरू कराई गई और व्यवस्था सुचारू करने का प्रयास किया गया।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया कि विभिन्न क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से पानी वितरित कराया जाएगा। इसका असर भी दिखा, लेकिन पेयजल किल्लत बनी हुई है। अभी तक कई क्षेत्र पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में विधायक डॉ. हर्क बहादुर क्षेत्री ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों के शह पर लोग कुछ क्षेत्रों में पानी की चोरी कर रहे हैं और इसके कारण जरूरतमंद लोगों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कोलकाता से लौटने के बाद पेयजल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा और इस समस्या का निदान करने का आश्वासन भी दिया था। दूसरी ओर, यहां पानी की समस्या दूर करने के लिए नेउरा जल परियोजना शुरू की थी, लेकिन अभी तक इसका कार्य अधर में लटका हुआ है। फिलहाल पेयजल समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया कि विभिन्न क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से पानी वितरित कराया जाएगा। इसका असर भी दिखा, लेकिन पेयजल किल्लत बनी हुई है। अभी तक कई क्षेत्र पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पिछले दिनों प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में विधायक डॉ. हर्क बहादुर क्षेत्री ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों के शह पर लोग कुछ क्षेत्रों में पानी की चोरी कर रहे हैं और इसके कारण जरूरतमंद लोगों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कोलकाता से लौटने के बाद पेयजल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा और इस समस्या का निदान करने का आश्वासन भी दिया था। दूसरी ओर, यहां पानी की समस्या दूर करने के लिए नेउरा जल परियोजना शुरू की थी, लेकिन अभी तक इसका कार्य अधर में लटका हुआ है। फिलहाल पेयजल समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
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