इम्फाल में महोत्सव स्थल के पास विस्फोट, 1 की मौत
इम्फाल| मणिपुर की राजधानी इम्फाल में बुधवार को एक महोत्सव स्थल पर हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। समझा जाता है कि वह संदिग्ध विद्रोही बम हमलावर था और बम रखने जा रहा था। विस्फोट की यह घटना प्रधानमंत्री के यहां के दौरे से कुछ ही दिन पूर्व हुई है। इस विस्फोट में दो लोग घायल हो गए। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि विस्फोट पूर्वाह्न् 11 बजे संगाई महोत्सव स्थल के प्रवेशद्वार के नजदीक हुआ। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, "हमें संदेह है कि विस्फोट में जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह हमलावर था और उसने बम को आयोजन स्थल पर बोरे में छिपा रखा था।"अधिकारी के मुताबिक, "आज (बुधवार को) महोत्सव का आखिरी दिन है।
जिस समय विस्फोट हुआ, आसपास कोई नहीं था। इसलिए कोई अन्य क्षति नहीं हुई।" महोत्सव स्थल पर दक्षिण कोरिया, म्यांमार, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका से आए लोगों सहित कई विदेशी स्टॉल लगाए हुए हैं। संयोगवश विस्फोट के समय वे वहां मौजूद नहीं थे। विस्फोट प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की शनिवार को प्रस्तावित मणिपुर की एक दिवसीय यात्रा से ठीक पहले हुआ है। वह राज्य में कई विकास योजनाओं की शुरुआत करने और उनका उद्घाटन करने के सिलसिले में राज्य का दौरा करने वाले हैं। प्रधानमंत्री यहां एक जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे। जहां विस्फोट हुआ, वह जगह उस सम्मलेन स्थल के नजदीक है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री करने वाले हैं।
फिलहाल हमलावर की पहचान नहीं की जा सकी है लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें संदेह है कि इस विस्फोट के पीछे कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) के विद्रोहियों का हाथ हो सकता है। यह पार्टी मणिपुर में सक्रिय कुछ विद्रोही संगठनों में से एक है। समझा जाता है कि यह संगठन पिछले दिनों सुरक्षा बलों पर सिलसिलेवार किए गए हमलों में संलिप्त रहा है। केसीपी के एक धड़े ने 72 घंटे के मणिपुर बंद का ऐलान किया है जो गुरुवार सुबह खत्म होने जा रहा है। बंद का आयोजन राज्य में लम्बे अरसे से जारी आर्थिक नाकेबंदी के सिलसिले में किया गया है। उल्लेखनीय है कि म्यांमार से लगती मणिपुर की सीमा में 20 उग्रवादी समूह स्वतंत्रता तथा बृहत् स्वायत्तता की मांग को लेकर सक्रिय हैं।
जिस समय विस्फोट हुआ, आसपास कोई नहीं था। इसलिए कोई अन्य क्षति नहीं हुई।" महोत्सव स्थल पर दक्षिण कोरिया, म्यांमार, थाईलैंड और दक्षिण अफ्रीका से आए लोगों सहित कई विदेशी स्टॉल लगाए हुए हैं। संयोगवश विस्फोट के समय वे वहां मौजूद नहीं थे। विस्फोट प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की शनिवार को प्रस्तावित मणिपुर की एक दिवसीय यात्रा से ठीक पहले हुआ है। वह राज्य में कई विकास योजनाओं की शुरुआत करने और उनका उद्घाटन करने के सिलसिले में राज्य का दौरा करने वाले हैं। प्रधानमंत्री यहां एक जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे। जहां विस्फोट हुआ, वह जगह उस सम्मलेन स्थल के नजदीक है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री करने वाले हैं।
फिलहाल हमलावर की पहचान नहीं की जा सकी है लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें संदेह है कि इस विस्फोट के पीछे कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) के विद्रोहियों का हाथ हो सकता है। यह पार्टी मणिपुर में सक्रिय कुछ विद्रोही संगठनों में से एक है। समझा जाता है कि यह संगठन पिछले दिनों सुरक्षा बलों पर सिलसिलेवार किए गए हमलों में संलिप्त रहा है। केसीपी के एक धड़े ने 72 घंटे के मणिपुर बंद का ऐलान किया है जो गुरुवार सुबह खत्म होने जा रहा है। बंद का आयोजन राज्य में लम्बे अरसे से जारी आर्थिक नाकेबंदी के सिलसिले में किया गया है। उल्लेखनीय है कि म्यांमार से लगती मणिपुर की सीमा में 20 उग्रवादी समूह स्वतंत्रता तथा बृहत् स्वायत्तता की मांग को लेकर सक्रिय हैं।
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