सेना ने लगाया पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह पर "गुप्तचरी" का आरोप, जांच की मांग
नई दिल्ली : सेना मुख्यालय ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह के कार्यकाल में बनी विवादास्पद गोपनीय यूनिट टेक्निकल सपोर्ट डिवीजन के कामकाज पर रक्षा मंत्रालय से उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की है। अधिकारों के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद सेना के स्तर पर बैठाई गई जांच की रिपोर्ट में कई अनियमितताओं व इसके औचित्य पर उठे सवालों की भी तस्दीक की है। रक्षा मंत्री एके एंटनी व कई वरिष्ठ अधिकारियों की फोन पर बातचीत टेप करने को लेकर आरोपों से घिरी सेना की इस यूनिट के कामकाज पर लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया की जांच रिपोर्ट मंत्रालय को बीते दिनों सौंप दी गई। हालांकि पूर्व सेनाध्यक्ष के कार्यकाल में बनी यूनिट के कामकाज की जांच के बारे में पूछे जाने पर सेना मुख्यालय ने सिर्फ इतना कहा कि उनकी ओर से यह मामला बंद हो चुका है। सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह के कमान संभालने के बाद इसके कामकाज की जांच शुरू की गई थी।
हालांकि मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह सीधे तौर पर कुछ लोगों की ओर से की जा रही बदले की कार्रवाई है, जो मुझे लेकर असहज हैं। खासतौर पर पिछले दिनों नरेंद्र मोदी के साथ पूर्व-सैनिकों के कल्याण के लिए हुई रैली में मेरी उपस्थिति को लेकर। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर किसी ने यूनिट के कामकाज पर जांच के आदेश दिए हैं तो यह अनुचित है। बताया जाता है कि रिपोर्ट में टीएसडी द्वारा अनधिकृत अभियानों को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इनमें सीमा-पार और जम्मू-कश्मीर में यूनिट द्वारा चलाए गए कुछ अभियान शामिल हैं। साथ ही कोष के दुरुपयोग के भी आरोप हैं। बीते साल मिलिट्री इंटेलिजेंस के खर्च में अनियमित बढ़ोतरी पर तत्कालीन रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के सवाल उठाए जाने के बाद इस यूनिट के कामकाज को निलंबित कर दिया गया था।
हालांकि मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह सीधे तौर पर कुछ लोगों की ओर से की जा रही बदले की कार्रवाई है, जो मुझे लेकर असहज हैं। खासतौर पर पिछले दिनों नरेंद्र मोदी के साथ पूर्व-सैनिकों के कल्याण के लिए हुई रैली में मेरी उपस्थिति को लेकर। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर किसी ने यूनिट के कामकाज पर जांच के आदेश दिए हैं तो यह अनुचित है। बताया जाता है कि रिपोर्ट में टीएसडी द्वारा अनधिकृत अभियानों को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इनमें सीमा-पार और जम्मू-कश्मीर में यूनिट द्वारा चलाए गए कुछ अभियान शामिल हैं। साथ ही कोष के दुरुपयोग के भी आरोप हैं। बीते साल मिलिट्री इंटेलिजेंस के खर्च में अनियमित बढ़ोतरी पर तत्कालीन रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के सवाल उठाए जाने के बाद इस यूनिट के कामकाज को निलंबित कर दिया गया था।
Post a Comment