डोलराज गैरे: कभी साईकिल में सूप बेचकर की थी शुरुआत, आज हैं मशहूर रेस्टोरेंट चेन के मालिक
भोपाल : सच है कि इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता। क्या आप सोच सकते हैं कि जो व्यक्ति कभी फुटपाथ पर रहने को मजबूर हो और जिसके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं होता था, आज वे सेंट्रल भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले फ़ास्ट फ़ूड चेन के मालिक हैं। जी हाँ हम बात कर रहे हैं डोलराज गैरे का जो आज सागर गैरे फ़ूड चेन के सम्मानित मालिक हैं। डोलराज का पालन-पोषण नेपाल के एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। जब वे महज 11 वर्ष के थे तभी वे बेहतर जिंदगी के उद्देश्य से पलायन कर भारत आ गए। विदेशी भूमि में नई दिल्ली के आज़ादपुर मंडी में अपने जीवन को बचाये रखने के लिए जीवट डोलराज ने एक समय मजदूरी भी की।
कुछ वर्षों के बाद नए अवसर की तलाश में कुछ दोस्तों की सलाह पर भोपाल आ गए। डोलराज ने अपने खाना पकाने के शौक को आगे बढ़ाते हुए निश्चय किया कि वे भोपाल की सड़कों में सूप बेचेंगे क्योंकि यह चाय के बदले बहुत ही हैल्दी विकल्प हैं। इसके साथ-साथ वे बहुत से होटलों में भी काम करते थे और बड़े ध्यान से काम करने के तरीके सीखते थे। दस साल बीत गए पर डोलराज आज भी अपने संघर्ष और काम को याद करते हैं। और लोगों की जरुरत के हिसाब से वे आज भी अपने में बदलाव करने के लिए तैयार रहते हैं।
इतना ही नहीं वे व्यापार के लिए अपने दोस्तों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। डोलराज ने यह तय किया है कि वे फ़ास्ट फ़ूड चेन को देश के बाहर भी खोलना चाहते हैं ताकि लोगों को हेल्दी खाना कम दाम में मिल जाये। एक साइकिल सूपवाला से सेलिब्रिटी शेफ तक का सफ़र तय करने वाले डोलराज के सफ़लता की यह यात्रा कई इच्छुक उद्दमियों के लिए प्रेरणा श्रोत है। डोलराज आज भोपाल में नेपाली समुदाय के बीच एक लोकप्रिय चेहरा है। स्वयं को स्थापित करने के बाद उन्होंने अपने पुत्र सागर को सॉफ्वेयर इंजिनियर की पढ़ाई कराई, जो उन्हें उनके बढ़ते हुए व्यापार में कदम से कदम मिलाते हुए सहयोग कर रहे है। डोलराज ग़ैरे आज अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ भोपाल में नेपाली समाज के लिए काफी समय से समाजसेवी के रूप में भी कार्य कर रहे है।
"समर्पण और कड़ी मेहनत करते हुए हमें अपना सबकुछ देना चाहिए। सफलता हासिल करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। " - डोलराज गैरे , समाजसेवी व रेस्टोरेंट मालिक
इनपुट्स - अनुभा तिवारी
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