गोरखालैंड की मांग जायज : रक्षा मंत्री, गुरुंग ने लगाया CM पर राजनीतिक तानाशाही का आरोप, PHOTOS
दार्जिलिंग : केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने कहा कि गोरखालैंड राज्य गठन की मांग जायज है। साथ ही उन्होंने दार्जिलिंग भू-भाग में स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से घिरा यह क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टिकोण से सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग का यह भू-भाग पूरे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है। बंगाल शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रखा है। लेकिन वर्तमान में यह चिंता का विषय है। जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में पहले अपनी पहचान बना ली है। वही देशभक्त है। वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीटीए प्रमुख विमल गुरूंग ने कहा कि बंगाल सरकार शुरू से ही जीटीए के मामले में हस्तक्षेप करती आ रही है। इसके साथ उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में राजनीतिक तानाशाही करने का आरोप राज्य सरकार पर लगाया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह अहलूवालिया, शिक्षा विभाग के सभासद रोशन गिरि सहित अन्य वक्ताओं ने वक्तव्य रखा। अलग राज्य गोरखालैंड गठन की मांग करते हुए गोरखा जनमुक्ति युवा मोरचा (गोजयुमो) और भूतपूर्व सैनिक मोरचा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर को अलग-अलग ज्ञापन दिया. नवनिर्मित राम कृष्ण उच्चतर माध्यमिक परिषद विद्यालय के भवन में गोजयुमो के केंद्रीय अध्यक्ष प्रकाश गुरूंग, महासचिव अमृत योंजन आदि ने श्री पर्रीकर को गोरखालैंड की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. वहीं गोरखा भूतपूर्व सैनिक मोर्चा के अध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) रमेश आले के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया.
Post a Comment