दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 13 घंटों तक परेशान रहे गोरखा शूटर्स पेम्बा- सुशील घले समेत 10 प्लेयर्स
नई दिल्ली: एशियाड मेडलिस्ट और कामनवेल्थ स्वर्ण पदक विजेता दिग्गज गोरखा निशानेबाज पेम्बा तमांग और सुशील घले समेत 10 निशानेबाजों राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सीमा शुल्क विभाग द्वारा 13 घंटे तक रोके रखने पर भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) की जमकर आलोचना हो रही है. सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने भारतीय खिलाड़ियों को उनके हथियारों के कारण रोके रखा. गौरतलब है कि ये निशानेबाज चेक गणराज्य में प्लाजेन ग्रांप्री. निशानेबाजी स्पर्धा में हिस्सा लेकर लौट रहे थे जब उन्हें हवाई अड्डे से बाहर नहीं जाने दिया गया और घंटों रोके रखा गया. गौरतलब है कि भारत के लिए पेम्बा तमांग ने एक सिल्वर और एक कांस्य पदक जीता था।
इस घटना की आलोचना करते हुए बिंद्रा ने कई ट्वीट किए और कहा कि निशानेबाज देश के राजदूत हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ क्या कभी इस तरह का व्यवहार किया जाएगा. बिंद्रा ने लिखा, "आईजीआई हवाईअड्डे पर राष्ट्रीय निशानेबाजी टीम को रोके रखने की खबर सुनकर दुखी हूं. सीमा शुल्क विभाग ने उनकी बंदूकों को उन्हें नहीं दिया." उन्होंने लिखा, "वह हमारे देश के राजदूत हैं. उनके साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए. क्या ऐसा कभी भारतीय क्रिकेट टीम के साथ हो सकता है?"
बिंद्रा ने ट्वीट किया कि बहुत दुख है कि राष्ट्रीय निशानेबाजी टीम को आइजीआई हवाईअड्डे पर फंसी रही क्योंकि सीमा शुल्क विभाग ने उनकी बंदूकों को मंजूरी देने से इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा कि आधिकारिक टीम मैनेजर ने खिलाडिय़ों को इस मामले से खुद निबटने के लिए छोड़ दिया। बिंद्रा ने एनआरएआई और उसके अध्यक्ष रानिंदर सिंह को टैग करके एक अन्य ट्वीट में कहा कि कुछ खिलाडिय़ों से बात की तथा राष्ट्रीय महासंघ की तरफ से कोई मदद नहीं मिलना निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि वे हमारे देश के दूत है और उनके साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए था। क्या ऐसा कभी हमारी क्रिकेट टीम के साथ होगा?
औपचारिकताएं पूरी होने तक इंतजार करने के लिए कहा
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीमा शुल्क अधिकारियों ने उनसे औपचारिकताएं पूरी होने तक इंतजार करने के लिए कहा और वे आखिर में दोपहर बाद ढाई बजे ही वहां से निकल पाए जबकि निशानेबाजों के पास संबंधित दस्तावेज भी थे। टीम के एक सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि हमें 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। राइफल संघ और सीमा शुल्क विभाग अगर शुरू में ही हस्तक्षेप करते तो काफी मदद मिलती।
दस घंटे लेट हो गए हैं : हीना सिद्धू
एक अन्य निशानेबाज हीना सिद्धू ने ट्वीट किया कि निशानेबाजों को किसी भी वैध कारण या उनकी गलती के बिना आईजीआई हवाई अड्डे पर रोका गया। हमेशा नियमों का पालन करने का हमें यह खामियाजा भुगतना पड़ा। दस घंटे हो गए हैं
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