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झारखंड : JAP-1 के दो वीर गोरखा पुलिसकर्मी बिक्रम राई-बृजेश लेप्चा को इस साल का "राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार"


बिमल थुलुंग
वीर गोरखा न्यूज नेटवर्क
रांची :  अपने अदम्य साहस और बलिदान के बूते झारखंड राज्य में दो गोरखा पुलिसकर्मी कांस्टेबल बिक्रम राई और कर्सियांग के रहने वाले बृजेश लेप्चा को इस वर्ष का प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है। वर्ष 2013 में झारखंड राज्य के घोर उग्रवाद प्रभावित जिला गुमला में केन्द्रीय अर्धसैनिक बल एवं राज्य पुलिस के चार टीम गठन कर उग्रवादियों के खिलाफ एक स्पेशल आपरेशन "विजय" चलाया गया था। इस अभियान में सम्मिलित जवानों में झारखंड सशस्त्र पुलिस-1 (गोरखा वाहिनी) JAP-1 के दो बहादुर गोरखा जवान बिक्रम राई एवं बृजेश लेप्चा भी शामिल थे। अभियान के दौरान उग्रवादियों के प्रशिक्षण स्थल को ध्वस्त करने के लिए जैसे ही जवान पहाड़ी के चढ़ाई करने लगे, तभी उग्रवादियों द्वारा सबसे पीछे के टीम पर घात लगाकर एम्बुश किया गया।

अचानक हुए इस हमले में एक जवान शहीद हो चुका था और उग्रवादी बेहतर पोजिशन में होने के कारण जवान जवाबी फायरिंग करने के लिए असमर्थ हो रहे थे। अपने साथियों के ऊपर उग्रवादियों की लगातार फायरिंग देख ये दो बहादुर जवानों ने अपने एके 47 राइफल के साथ खड़े होकर जवाबी फायरिंग करते हुए उग्रवादियों के बंकर ध्वस्त करने लगे। दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी में पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी अपने जान बचाकर भाग निकले। इस लड़ाई में बिक्रम राई के हाथ और पैर में एवं बृजेश लेप्चा को पैर में गोली लग चुकी था। इसी हालत में ये दो बहादुर जवान 16 घण्टे उग्रवादियों के मांद में रहकर लड़ते रहे और अपने एम्बुश में फंसे साथियों कि जान बचाने में सफल रहे।

इनकी परम बहादुरी को देखते हुए देश के राष्ट्रपति द्वारा 15 अगस्त 2017 को "वीरता पदक" से सम्मानित करने की घोषणा की गयी है। झारखंड सशस्त्र पुलिस-1 (गोरखा वाहिनी) JAP-1 अपने इन वीर सपूतों पर गर्व करती हैं।


 
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