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बिनय का तीखा हमला, बोले - अगर गुरुंग के साथ 2019 में लड़ें चुनाव तो दो लाख वोट से हारेंगे अहलुवालिया


कोलकाता : गोरखाओं की सुरक्षा के लिए जनता ने वोट देकर एसएस अहलुवालिया को जीत दिलायी. विमल गुरुंग की सुरक्षा के लिए नहीं. यह कहना है जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग का.  गोजमुमो सुप्रीमो विमल  गुरुंग को मारने की साजिश की बात कहते हुए दार्जिलिंग से भाजपा सांसद एसएस अहलुवालिया के दिये गये बयान पर तमांग ने कहा कि विमल गुरुंग को मारने की कोई साजिश नहीं है. अगर वे उनकी सुरक्षा में लगे हैं, तो रहें, लेकिन उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि गोरखाओं ने विमल गुरुंग की सुरक्षा के लिए उन्हें वोट नहीं दिया, बल्कि गोरखाओं की सुरक्षा के लिए उन्हें वोट देकर जिताया गया है.

साल्टलेक के गोरखा भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अहलुवालिया विमल गुरुंग को जनता के नेता मानते हैं. अगर एेसा है, तो वह 2019 में विमल गुरुंग का हाथ पकड़ कर चुनाव लड़ें. उन्हें इसका अंदाजा लग जायेगा. चुनाव में हार ही मिलेगी. 

गोरखाओं की सुरक्षा...

2014 के चुनावी रिपोर्ट को देखा जाये, तो वे गोरखा के वोट से ही जीतकर आये. लेकिन अब गोरखा उनके खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि जून 2017 से लेकर अक्तूबर और नवंबर तक की स्थिति के दौरान अहलुवालिया खामोश थे. एक बार भी स्थिति को देखना उचित नहीं समझे. वह गोरखा की जनता से झूठे वादे करते रहे, लेकिन अब झूठे वादे नहीं चलेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि गोरखाओं का सपना मेरा सपना है, लेकिन उन्होंने भी कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार और अहलुवालिया गोरखाओं की बात करते हैं, तो 105 दिन दार्जिलिंग में स्ट्राइक रहने के दौरान वे कहा थे? अाधिकारिक तौर पर मीटिंग करने की बात कही गयी थी, लेकिन एक भी बैठक नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अहलुवालिया सांसद हैं और साथ ही पेयजल व स्वच्छता विभाग के राज्य मंत्री हैं, लेकिन यहां पानी की दिक्कतें हैं. इस पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि अगर यहां की जनता के लिए कुछ करना है, तो रोजगार स्कीम लाये. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर सिस्टम होना चाहिए, ताकि माफिया राज को भी रोका जा  सके.

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