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'प्रधानमंत्री का अपमान है ममता की अनुपस्थिति'

ढाका भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इन दिनों बांग्लादेश की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। एक बांग्लादेशी समाचारपत्र ने बुधवार को कहा कि सिंह के प्रतिनिधिमंडल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुपस्थिति के चलते तीस्ता जल संधि परहस्ताक्षर नहीं हो सका और यह भारतीय प्रधानमंत्री का अपमान है. भारत व बांग्लादेश ने मंगलवार को कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए लेकिन तीस्ता व फेनी नदियों के जल बंटवारे को लेकर दोनों देशों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी। सिंह ने मंगलवार को कहा था, "हमने तय किया है कि तीस्ता व फेनी नदियों के जल बंटवारे पर एक पारस्परिक रूप से स्वीकार्य, निष्पक्ष व सौहाद्र्रपूर्ण समझौता तैयार करने की दिशा में बातचीत जारी रखी जाए।" ममता, सिंह की छह-सात सितम्बर की दो दिवसीय यात्रा में उनके साथ बांग्लादेश पहुंचने वाली थीं। बाद में उन्होंने तीस्ता नदी जल बंटवारा समझौते के अंतिम मसौदे के विरोध में इस यात्रा में शामिल होने से इंकार कर दिया था।

समाचारपत्र 'डेली स्टार' के सम्पादकीय में लिखा गया है, "ममता बनर्जी की अनुपस्थिति ने हमें निराश किया है, यह हमारी भावनाओं को कम महत्व देना है। इससे हताशा और गहरी हुई है। भारत-बांग्लादेश वार्ता में उनकी भागीदारी से हमें जो उम्मीदें थीं, उन्हें उन्होंने तोड़ दिया है।" इसमें कहा गया, "ममता के ऐसा करने से बांग्लादेश को बहुत निराशा हुई है और इससे भारतीय प्रधानमंत्री का भी अपमान हुआ है।" पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में ममता की जीत का हवाला देते हुए इसमें कहा गया है कि उन्हें चुनावों में जो जीत मिली उससे बांग्लादेश को बहुत खुशी हुई थी। उनकी जीत से जो खुशी हुई थी वह उनके अविवेकी व्यवहार से निराशा में बदल गई है। समाचारपत्र ने कहा है कि ममता के इस कदम का सिंह की इस यात्रा पर नकारात्मक असर पड़ा है।

(साभार - आईएएनएस)

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