पर्यटन दिवस पर पहाड़ में पर्यटकों का टोटा
इस दौरान उन्होंने बातचीत में बताया कि पहाड़ उन्हें रोमांचित करते हैं। ज्यादातर पर्यटक अपने माता-पिता के कहने पर यहां आए हैं। मौसम खुशगवार होने से पर्यटक राहत में रहे। यही वजह रही कि पर्यटन स्थलों पर पर कुछ भीड़-भाड़ रही। हालांकि इससे ज्यादातर दुकानदारों की कोई खास आमदनी नहीं हो पाई, लेकिन पर्यटक को देखकर वह खुश रहे। दरअसल, कई दिनों से बारिश व मौसम खराब होने के कारण दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल सुनसान ही रहे। इस बीच पर्यटकों को देखकर उन्हें आने वाले दिनों को सोचकर राहत हुई।
ब्रिटेन की जोन ने कहा कि वह दार्जिलिंग आने के लिए काफी रोमांचित थी। उनके दादा यहां आए और उन्होंने ही जोन को यहां के पर्यटन स्थलों व खासियत के बारे में बताया। हालांकि पिछले दिनों आए भूकंप के डर से भी वह उबर नहीं पाई हैं।उन्होंने कहा कि यहां आना काफी अच्छा रहा, लेकिन पहाड़ का मौसम खराब होने के कारण उन्होंने अपने लौटने का टिकट करा लिया है। कालिम्पोंग में भी यहां पूरे दिन ज्यादातर पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा छाया रहा। पूजा के शुरूआत में यहां काफी संख्या में सैलानियों की भीड़ होती है और ज्यादातर होटल बुक रहते हैं। इसके बावजूद पर्यटन दिवस पर पर्यटकों का ही यहां टोटा रहा। पिछले दिनों आए भूकंप का असर साफ देखने को मिला और मौसम अच्छा होने के बावजूद पर्यटक नदारद रहे। सभी दार्शनिक स्थल चहल-पहल से दूर रहे।
(साभार - जागरण)
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