कालिम्पोंग। गोरखा लिबरेशन आर्गेनाइजेशन के छत्रे सुब्बा के जेल से छूट के आने के बाद शनिवार को सुबह से ही उनके घर शुभ चिंतकों का तांता लगा रहा। इसमें उनके रिश्तेदार,
गांव के लोग व विभिन्न दलों के लोग शामिल थे। इस दौरान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रतिनिधियों ने भी उनसे भेंट की। उनसे मिलने के लिए मोर्चा के कालिम्पोंग शाखा सचिव शुभ प्रधान,
केंद्रीय समिति सदस्य नार्देन लामा,
विजय सुंदास,
प्रवीण रहपाल सहित महिला मोर्चा की सदस्य शामिल रही। नार्देन लामा ने कहा कि उन्होंने 14
माह तक छत्रे सुब्बा के साथ जेल में बिताया,
लेकिन उनकी जमानत हो गई और छत्रे सुब्बा जेल में ही रहे। हालांकि उन्हें विश्वास था कि जीएलओ प्रमुख जरूर रिहा होंगे और उनके उपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद साबित होंगे। ऐसा ही हुआ और वह उनकी रिहाई हो गई।
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