स्वार्ड ऑफ ऑनर विजेता गोरखा गौरव अविनाश छेत्री बोले, सेना में कॅरियर संवारने के अच्छे मौके
देहरादून : इंडियन मिलिट्री अकादमी (आइएमए) से पास आउट पदक विजेताओं के हौसले बुलंदी पर हैं। इनमें से ज्यादातर जांबाज मध्य वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। कुछ की पृष्ठभूमि सेना है तो कुछ की गैर सैनिक परिवारों से भी हैं, लेकिन देश के लिए जज्बा समान है। स्वार्ड ऑफ ऑनर विजेता कैडेट और तेजपुर असम निवासी गोरखा गौरव अविनाश क्षेत्री के पिता पीबी क्षेत्री सशस्त्र सीमा बल में ज्वाइंट एरिया आर्गेनाइजर हैं और मां अंजना देवी गृहणी। राष्ट्रीय इंडियन मिलेट्री कॉलेज (आरआइएमसी) से वर्ष 2013 में पास आउट होने के बाद अविनाश का चयन एनडीए में हुआ। एनडीए में अविनाश को प्रेसीडेंट गोल्ड मिला था। वह कहते हैं कि सेना में कॅरियर संवारने के पूरे मौके हैं। अविनाश गोरखा राइफल्स की नवीं बटालियन में कमीशन हुए हैं।
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