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गोरखालैंड : सुकना में पुलिस और गोरखालैंड समर्थकों में झड़प, लाठीचार्ज, 20 कार्यकर्ता- 6 पुलिसकर्मी घायल

 
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग में जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के 45वें दिन गोरखालैंड समर्थकों और पुलिस में फिर झड़प हुई. सिलीगुड़ी के सुकना में गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थकों के जुलूस को रोकने के कारण यह घटना घटी. पुलिस के अनुसार अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर जारी आंदोलन के तहत निकाले गये जुलूस में शामिल लोगों ने हाथों में खुखरी ले रखा था. पुलिस ने जुलूस को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बैरिकेड लगा रखा था. पुलिस ने जब गोरखा समर्थकों को लौटने के कहा तो वे विरोध करने लगे. पुलिस का आरोप है कि गोरखा समर्थकों ने उन पर पत्थर फेंका. पुलिस को उन्हें रोकने कि लिए वाटर कैनन का उपयोग करना पड़ा. इसके बाद भीड़ उग्र हो गयी. गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा के नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस का ओर से फायरिंग भी की गयी. हालांकि पुलिस ने फायरिंग व लाठीचार्ज के आरोपों से इनकार किया है. इन झड़पों के दौरान 20 आंदोलन कार्यकर्ता और 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए है।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं और पहाड़ के अन्य दलों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर राज्य में इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया. बताया जाता है कि सुकना इलाके से निकाली गयी रैली में हजारों लोग शामिल हुए. यह रैली जैसे ही सुकना बाजार की ओर बढ़ी तभी पुलिस ने सुकना मोड़ पर उनके इस जुलूस को रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने सड़क अवरोध कर कई वाहनों में आग लगा दी. पूरा इलाका बंद है.

पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज गोरखा सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस वाहनों में भी तोड़फोड़ की.  हंगामा मचा रहे मोर्चा समर्थकों को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाईं. अश्रु गैस के गोले भी दागे. दोनों ओर से एक दूसरे पर किए गए हमले में कई पुलिस कर्मियों के साथ ही साथ कई गोरखा समर्थक भी घायल हुए है। घटना के बाद से अब भी ईलाके में काफी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर स्तिथि को नियंत्रित करने का प्रयाश किया जा रहा है.

दो आंदोलनकर्मियों की मौत !
अपुष्ट जानकारी के अनुसार आज के पुलिस फायरिंग में अजय छेत्री और सोनम छेत्री नाम के दो आंदोलनकारियों की मौत की खबर आ रही है। हालांकि अब तक कोई भी आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

30 को एकता मार्च निकालेगा मोर्चा
आगामी 30 जुलाई को गोरखालैंड की मांग के समर्थन में गोरखालैंड वैश्विक एकता मार्च निकाला जाएगा. शुक्रवार को भी युवा मोर्चा समर्थकों ने सौरेनी से मिरिक तक अ‌र्द्धनग्न रैली निकाली साथ ही दार्जिलिंग,कर्सियांग, मिरिक,तराई-डुवार्स में रैली निकली थी.गोजमुमो का कहना है कि गोरखालैंड आंदोलन सफल होगा बस राज्यसभा में एनडीए के बहुमत का इंतजार है. अलग राज्य के लिए हिल्स में सरकारी कार्यालय बंद, रैली व आमरण अनशन जारी है. 30 जुलाई को अलग राज्य के समर्थन में विश्व व्यापी आंदोलन की रणनीति के तहत भारत में 100 जगह व विदेश में 75 जगह गोरखालैंड वैश्विक एकता मार्च निकाला जाएगा इसका आयोजन सिटीजन फोरम फॉर गोरखालैंड ने किया है. विश्व में जहां-जहां भी गोरखा मौजूद हैं सभी लोग रैली निकालेंगे.

इस बीच गोजमुमो के केंद्रीय कमेटी सदस्य ज्योति राई ने पार्टी कार्यालय में बताया कि गोरखालैंड आंदोलन सफल होगा, इंतजार करें कि राज्यसभा में एनडीए को बहुमत मिल जाए, क्यों कि जिस तरह बिहार में एनडीए की सरकार बनी ठीक वैसे ही गोरखालैंड राज्य भी बनेगा. दार्जिलिंग में जिलाधिकारी ने गत दिवस आमरण अनशनकारियों से अनशन तोड़ने की अपील की थी जिसे मानने से अनशनकारियों ने इंकार कर दिया था इस पर डीएम ने कड़ा रूख अपनाते हुए कहा कि बीमार अनशनकारियों को तुरन्त अस्पताल में भर्ती करने का निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई बाधा डालता है तो उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाएगा. वहीं कालिम्पोंग में आमरण अनशनकारियों को डीएम डा.विश्वनाथ व एसडीओ निर्मलैया ने अनशन समाप्त करने को कहा पर अनशनकारियों ने मानने से इंकार कर दिया.

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