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नारी तस्करी रोकने के लिए सभी एक एकजुट हों

कालिम्पोंग। नारी तस्करी इस समय काफी बढ़ गया है। इसे रोकने की आवश्यकता है और सभी दलों, संस्थाओं, जन प्रतिनिधियों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। इस लिहाज से यह भी जरूरी है कि लोग इसके प्रति जागरूक हों ताकि इस समस्या को जड़ से मिटाया जा सके। यह विचार शुक्रवार को सेंट जोसेफ्स कान्वेंट स्कूल में आयोजित समारोह में सीएनएन हीरो 2010 अवार्ड से सम्मानित और नारी तस्करी रोकने के लिए माईती नेपाल नामक संस्था की प्रमुख अनुराधा कोईराला ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि नारी तस्करी इस समय पहाड़ सहित उत्तर बंगाल के कई क्षेत्रों में चरम पर है। नारी तस्करी तीन प्रकार का होता है। इसमें घरेलू, समुद्र पार विदेशों में और तीसरा सीमावर्ती क्षेत्रों में होता है। इसके तहत जबरन युवतियों को देह व्यापार के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर किया जाता है। आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के प्रलोभन दिये जाते हैं और एशो-आराम दिलाने के वादे किये जाते हैं।

इसके
बाद युवतियों को बार, केबिन रेस्टोरेंट सहित अन्य स्थानों पर ले जाकर बेच दिया जाता है और हमेशा के लिए यह युवतियां फंसकर रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक दास प्रथा है और इसे रोकना होगा। इसके लिए सभी को संयुक्त प्रयास करने होंगे। खास तौर पर सभी दलों और संस्थाओं के लोगों को इसके लिए एक मंच पर आना होगा। युवतियों को जागरूक करना होगा ताकि वह ऐसे लोगों के चंगुल में नहीं आएं। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। अतिथि का स्वागत बुके देकर और खादा पहनाकर किया गया। स्वागत भाषण स्कूल की पुरातन छात्रा ज्योति कार्की ने दिया। कार्यक्रम में स्कूल की प्रधान अध्यापक एरिका राई सहित अन्य छात्रों ने विचार व्यक्त किये। इस दौरान अनुराधा कोईराला ने स्कूल के एलुमनी सेल की सदस्यता भी ग्रहण की।

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