दुबई में सडक दुर्घटना में नौ भारतीय समेत 13 श्रमिकों की मौत
दुबई : दुबई में एशियाई श्रमिकों को ले जा रही एक बस एक ट्रक से टकरा गई जिससे 9 भारतीय समेत 13 एशियाई श्रमिकों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि कल यह बस खडे ट्रक से टकरा गई जिससे भारतीय एवं बांग्लादेशी समेत 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. तीस सीटों वाली इस बस से 27 श्रमिक जबल अली में अपने कार्यस्थल पर जा रहे थे. उसी दौरान उसने व्यस्त सडक एमिरेटेस रोड पर ट्रक के पिछले हिस्से को टक्कर मारी. भारत के वाणिज्य महादूत ने पीटीआई को बताया कि हादसे में मारे गये सभी नौ भारतीय बिहार के थे. कुछ घायल भारतीय और बांग्लादेशी श्रमिकों को इलाज के लिए राशिद और अल-बराहा अस्पताल ले जाया गया है. भारत और बांग्लादेश के वाणिज्य दूतावासों के अधिकारियों को पोस्टमार्टम के बाद शवों को भारत और बांग्लादेश भेजे जाने की उम्मीद है.
गल्फ न्यूज के अनुसार संबंधित बस और ट्रक के ड्राइवरों को हिरासत में ले लिया गया है. हादसे में मर गए भारतीयों की पहचान देवेंद्र कुमार यादव, कमलेश कुमार सिंह, शत्रुघ्न कुमार सिंह, कोकिल चौधरी, किशन शाह, धमेंद्र सिंह, विजय गुप्ता, सिराज अंसारी और संजय रामचंद के रुप में हुई है. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह हादसा में मर गए लोगों के रिश्तेदारों को मुआवजा दिलाने के लिए कंपनी से बातचीत कर रहा है. दुबई पुलिस के बचाव उपनिदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल अहमद अतीक बुर्किबाह ने बताया कि इस हादसे में बस इस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कि पीडितों को बाहर निकालने के लिए उसे काटना पडा. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार बुर्किबाह ने कहा, ‘‘यह निश्चित रुप से इस साल का अब तक का सबसे बडा हादसा है.’’ पहले बताया गया था कि इस हादसे में 15 एशियाई मजदूर मरे थे जिनमें 10 भारतीय थे.
गल्फ न्यूज के अनुसार संबंधित बस और ट्रक के ड्राइवरों को हिरासत में ले लिया गया है. हादसे में मर गए भारतीयों की पहचान देवेंद्र कुमार यादव, कमलेश कुमार सिंह, शत्रुघ्न कुमार सिंह, कोकिल चौधरी, किशन शाह, धमेंद्र सिंह, विजय गुप्ता, सिराज अंसारी और संजय रामचंद के रुप में हुई है. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह हादसा में मर गए लोगों के रिश्तेदारों को मुआवजा दिलाने के लिए कंपनी से बातचीत कर रहा है. दुबई पुलिस के बचाव उपनिदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल अहमद अतीक बुर्किबाह ने बताया कि इस हादसे में बस इस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कि पीडितों को बाहर निकालने के लिए उसे काटना पडा. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार बुर्किबाह ने कहा, ‘‘यह निश्चित रुप से इस साल का अब तक का सबसे बडा हादसा है.’’ पहले बताया गया था कि इस हादसे में 15 एशियाई मजदूर मरे थे जिनमें 10 भारतीय थे.
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