बंगाली भाषा को लेकर दार्जीलिंग में उग्र प्रदर्शन के बाद हालात तनावपूर्ण, पूरा शहर बंद, फंसे सैलानी हैं परेशान
दार्जीलिंग : पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद हालात तनावपूर्ण हैं. पूरा शहर बंद है. सेना की 8 टुकड़ियां बुलाई गई हैं, जिनमें चार कालिंगपोंग, 3 दार्जीलिंग और एक कर्सियोंग में तैनात है. इसके अवाला दूसरे सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस की भी तैनाती की गई है.यहां पहले से मौजूद सैलानी परेशान हैं कि कैसे यहां से जल्द से जल्द निकला जाए.गोरखा मुक्ति मोर्चा के समर्थकों के उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. हालात इतने बिगड़ गए कि ममता बनर्जी ने सेना बुला ली. गोरखा मुक्ति मोर्चा का विरोध ममता बनर्जी के उस ऐलान की वजह से है जिसमें उन्होंने 10वीं तक सरकारी स्कूलों में बंगाली भाषा की पढ़ाई अनिवार्य कर दी है.
गौरतलब है कि हिंसा गुरुवार अपराह्न उस वक्त भड़की, जब बिमल गुरंग के नेतृत्व वाली पार्टी ने राजभवन तक विरोध मार्च का आह्वान किया. राजभवन में उस वक्त कैबिनेट की बैठक चल रही थी. जीजेएम समर्थकों ने पुलिस द्वारा खड़े किए गए बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और कुछ वाहनों में आग भी लगा दी. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, 'प्रदेश सरकार से अनुरोध मिला है. दार्जीलिंग में स्थित सेना की दो टुकड़ियों (प्रत्येक में 80 जवान) को भेजा गया है'. प्रदर्शनकारी 'स्कूलों में बांग्ला भाषा लागू किए जाने का विरोध' समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
गौरतलब है कि हिंसा गुरुवार अपराह्न उस वक्त भड़की, जब बिमल गुरंग के नेतृत्व वाली पार्टी ने राजभवन तक विरोध मार्च का आह्वान किया. राजभवन में उस वक्त कैबिनेट की बैठक चल रही थी. जीजेएम समर्थकों ने पुलिस द्वारा खड़े किए गए बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और कुछ वाहनों में आग भी लगा दी. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, 'प्रदेश सरकार से अनुरोध मिला है. दार्जीलिंग में स्थित सेना की दो टुकड़ियों (प्रत्येक में 80 जवान) को भेजा गया है'. प्रदर्शनकारी 'स्कूलों में बांग्ला भाषा लागू किए जाने का विरोध' समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
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