बिमल गुरुंग बोले, अगर रैली को लेकर प्रशासन ने की कार्रवाई तो पर्वतीय क्षेत्र में होगा 'संपूर्ण बंद'
दार्जिलिंग : नेपाली भाषा की उपेक्षा कर बांग्ला भाषा थोपने के विरोध में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) का आंदोलन अब भी जारी है। सोमवार के दिन हिल्स के अलग-अलग इलाकों में रैली निकाली गयी। गोजमुमो समर्थकों ने हाथ व सिर पर काली पंट्टी बांधकर पैदल मार्च किया। सभा में घोषणा की रैली को लेकर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने पर पर्वतीय क्षेत्र में जबरदस्त बंदी होगी। रैली सिंहमारी पार्टी कार्यालय से निकली। रैली लोडलेना रोड से होते हुए चौक बाजार में समाप्त हुई। यहां हुई जनसभा में गोजमुमो सुप्रीमो विमल गुरुंग ने कहा कि अगर विरोध रैली पर प्रशासन कार्रवाई करेगा तो पर्वतीय क्षेत्र में बंदी का आह्वान किया जाएगा। होटल व यातायात के संसाधन तक नहीं चलेंगे। आज से वाहन चालकों को काला झंडा लगाने व स्कूली बच्चों को काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रकट करें। रात 6 से 9 बजे तक लाइट बंद करके विरोध किया जा रहा है।
आज रैली गोरखा रंगमंच से शुरू होगी। रैली में सभी जातीय पोशाक में होंगे। इधर गोजमुमो के प्रतिवाद रैली व सभा के कारण रविवार को यातायात ठप रहा। इससे पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रैली में गोजमुमो महासचिव रोशन गिरी समेत अन्य नेतृत्व मौजूद थे। ज्ञातव्य है कि बांग्ला भाषा की अनिवार्यता के विरोध में आज से कालिम्पोंग, दार्जिलिंग, कर्सियांग व मिरिक में प्रतिवाद रैली निकाली जा रही है। इसके तहत गोजमुमो के विभिन्न संगठनों ने अलग-अलग क्षेत्रों में काला झंडा दिखाकर अपना विरोध जताया है, जो आगामी चार दिनों तक चलेगा।
आज रैली गोरखा रंगमंच से शुरू होगी। रैली में सभी जातीय पोशाक में होंगे। इधर गोजमुमो के प्रतिवाद रैली व सभा के कारण रविवार को यातायात ठप रहा। इससे पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रैली में गोजमुमो महासचिव रोशन गिरी समेत अन्य नेतृत्व मौजूद थे। ज्ञातव्य है कि बांग्ला भाषा की अनिवार्यता के विरोध में आज से कालिम्पोंग, दार्जिलिंग, कर्सियांग व मिरिक में प्रतिवाद रैली निकाली जा रही है। इसके तहत गोजमुमो के विभिन्न संगठनों ने अलग-अलग क्षेत्रों में काला झंडा दिखाकर अपना विरोध जताया है, जो आगामी चार दिनों तक चलेगा।
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